बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

पूर्व सांसद आर के सिन्हा ने पद्मश्री डॉ. नरेंद्र प्रसाद के निधन पर जताया शोक, खुद के लिए बताया क्षति

पूर्व सांसद आर के सिन्हा ने पद्मश्री डॉ. नरेंद्र प्रसाद के निधन पर जताया शोक, खुद के लिए बताया क्षति

PATNA: भाजपा के पूर्व सांसद आर के सिन्हा ने पद्मश्री डॉ. नरेंद्र प्रसाद के निधन पर गहरा शोक प्रकट कर उनके कंकरबाग स्थित आवास पर जाकर श्रद्धांजली दी। उन्होंने कहा कि उनका निधन मेरे लिए निजी तौर पर बहुत बड़ी क्षति है। डॉ. साहब से मुझे हमेशा बड़े भाई जैसा प्यार मिलता रहता था, इसलिए जैसे ही मुझे यह समाचार प्राप्त हुआ तत्काल उनकी अंत्योष्टि में शामिल होने पटना पहुंचा।

डॉ. साहब हम सभी के बीच एक चिकित्सक के अलावा कायस्थ समाज के पुरोधा के रूप में भी जाने जाते थे। वे पटना सिटी स्थित आदि चित्रगुप्त मंदिर जीर्णोद्धार समिति के पूर्व अध्यक्ष भी रहे थे। मन दुखी है और मेरे लिए यह विश्वास करना मुश्किल है कि अब वे हमारे बीच नहीं रहे। ईश्वर उन्हे श्रीचरणों में स्थान दें।

कौन हैं डॉ. नरेंद्र प्रसाद

अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रख्यात शल्य चिकित्सक डॉ. नरेंद्र प्रसाद का जन्म 1 नवंबर 1934 को नालंदा जिला के मानपुर थाना अंतर्गत तिउरी गांव में हुआ। सात भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर रहे डॉ. नरेंद्र प्रसाद ने 1956 में पटना विश्वविद्यालय के पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल से एमबीबीएस, 1959 में एमएस और 1962 में लंदर से एफआरसीएस की डिग्री प्राप्त की। 21 नवंबर 1957 को वे बिहार राज्य स्वास्थ्य सेवा में आए। उनकी पहली पोस्टिंग सहरसा के थुमहा में 1958 में हुई। 

1962 में पीएमसीएच में रेजिडेंट सर्जिकल ऑफिसर के पद नियुक्त हुए। वो पीएमसीएच में रजिस्ट्रार, सहायक प्राध्यापक, सह प्राध्यापक और प्रध्यापक रहे। 1989 में शल्य चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष बने और यहीं से 31 मार्च 1992 को सेवानिवृत हुए। चिकित्सा में अविस्मरणीय योगदान को देखते हुए 2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पद्मश्री से अलंकृत किया।

Suggested News