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लालू की लाडली रोहिणी आचार्या हैं करोड़पति,15 करोड़ की संपत्ति, पति एनआरआई, चुनावी हलफनामे से खुलासा

लालू की लाडली रोहिणी आचार्या हैं करोड़पति,15 करोड़ की संपत्ति, पति एनआरआई,  चुनावी हलफनामे से खुलासा

छपरा: लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में आगामी 20 मई को चुनाव कराये जायेंगे. जहाँ राजद की ओर से लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के राजीव प्रताप रूडी से हैं.एनडीए और इंडी गठबंधन के प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल कर लिया है. सारण संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी  रोहिणी आचार्य ने नामांकन किया नॉमिनेशन के समय  के जो शपथ पत्र रोहिणी ने  दाखिल किया है, उसके अनुसार वह करोड़पति हैं और 20 लाख रुपया लेकर मैदान में उतरी हैं. 

रोहिणी के पास दो करोड़ 99 लाख 55 हजार 925 रुपए की कुल संपत्ति

 रोहिणी ने चुनाव आयोग को बताया  कि उनके पास दो करोड़ 99 लाख 55 हजार 925 रुपए की कुल संपत्ति है. वहीं उनके पति के पास 6 करोड़ 92 लाख 40 हजार 438 रुपए की संपत्ति है. रोहिणी ने हलफनामें में बताया है कि उनपर किसी बैंक का लोन नहीं है, जबकि पति समरेश सिंह एचडीएफसी बैंक से लोन ले चुके हैं. रोहिणी आचार्या ने अपनी आमदनी का स्रोत किराया से बताया है.

रोहिणी परिवार के पास 1 किलो 575 ग्राम सोना

राजद की प्रत्याशी रोहिणी आचार्य ने चुनाव आयोग को बताया है कि उनके पास 495 ग्राम सोना, 5.50 किलो ग्राम सिल्वर और कई बहुमूल्य पत्थर हैं. वहीं रोहिणी के पति समरेश सिंह के पास 390 ग्राम सोना, 4 किलो चांदी और कई बहुमूल्य स्टोन हैं. उनकी पुत्री अयन्ना सिंह के पास 335 ग्राम गोल्ड, पुत्र आदित्य सिंह के पास 185 ग्राम और पुत्र अरिहंत सिंह के पास 150 ग्राम सोना है.

लालू की परंपरागत सीट

बता दें बिहार का सारण लोकसभा सीट पर लालू यादव की बेटी रोहिणी किस्मत आजमा रही हैं. रोहिणी के सामने भाजपा के नेता राजीव प्रताप रुडी हैं. इस लोकसभा सीट को लालू परिवार का पारंपरिक सीट माना जाता है. जहाँ से 1977 में 28 साल के युवा लालू यादव ने छपरा सीट पर लगातार तीन चुनाव जीत चुके कांग्रेस के रामशेखर प्रसाद सिंह को हरा दिया. तीन साल बाद फिर मध्यावधि चुनाव हुई. जनता पार्टी में टूट हो चुकी थी.जनता पार्टी के टिकट पर सत्यदेव सिंह मैदान में रहे, जबकि लालू प्रसाद यादव जनता पार्टी (सेकुलर) के उम्मीदवार थे. बेहद कड़े मुकाबले में लालू को इस बार हार मिली. इसके बाद लालू 1989 में यहाँ से विजयी हुए. 2004 में लालू इस सीट से फिर चुनाव में उतरे और बीजेपी को राजीव प्रताप रूडी को हरा दिया लेकिन 2009 में नए परिसीमन के बाद हुए चुनाव में छपरा लोकसभा सीट का अस्तित्व खत्म हो गया. इसे सारण का नाम दिया गया.

विरासत की लड़ाई

2009 में लालू फिर यहाँ राजीव प्रताप रूडी को हराकर सांसद बने लेकिन 2014 के चुनाव में इस सीट पर राबड़ी देवी चुनाव लड़ी और राजीव प्रताप रूडी से हार गयी. 2019 के लोकसभा चुनाव में यहाँ से लालू के समधी चन्द्रिका राय चुनाव लड़े और राजीव प्रताप रूडी से चुनाव हार गए। अब लालू की बेटी  रोहिणी आचार्य और भाजपा के राजीव प्रताप रूडी आमने हैं.  


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