बिहार में छठ पर्व के मौके पर जोरों पर तैयारियां, औरंगाबाद, गया, और बांका जैसे जिलों में धूम-धाम मनाया जा रहा पर्व
लोक आस्था के महापर्व के दौरान चारों तरफ छठ गीत सुनाई दे रहे हैं। बिहार के कोने- कोने में लोक आस्था के इस महापर्व को लोग श्रद्धा के साथ मना रहे हैं।
chhath puja 2024: बिहार में छठ पर्व के मौके पर विभिन्न जिलों में तैयारियां जोरों पर हैं। कैमूर जिले के छठ घाटों पर प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं, जहां डीएम और एसपी ने व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। औरंगाबाद, गया, और बांका जैसे जिलों में व्रतियों ने परंपरागत तरीके से खरना का प्रसाद तैयार किया और वितरण किया।
मुजफ्फरपुर में इस बार छठ पर्व पर फलों की बढ़ी हुई कीमतों के बावजूद देशी और विदेशी फल बाजार में छाए हुए हैं। वहीं, बांका जिले में जेल में भी छठ पर्व की धूम है, जहाँ बंदियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई हैं।
छठ की खुशी में मायूसी छाई
बगहा में एक दुखद घटना में नदी में नहाते समय दो बच्चे डूब गए, जिससे छठ की खुशी में मायूसी छा गई है। दूसरी ओर, गया में छठ और राजनीति का मिश्रण देखने को मिला, जहां ज्योति मांझी चुनाव प्रचार के साथ छठ पर्व मना रही हैं और मां-बेटी के सदन पहुंचने की कामना कर रही हैं। छठ पर्व के दौरान प्रशासनिक व्यवस्था, पारंपरिक रिवाज, बढ़ती महंगाई और राजनीतिक पहलू, सभी एक साथ मिलकर बिहार में इस पर्व को खास बना रहे हैं।
गया जिले में छठ पूजा की धूम
गया जिले के डुमरिया प्रखंड के मैगरा में छठ पूजा की धूम है, जहां व्रतियों ने नहाए-खाए के साथ पूजा की शुरुआत की। खरना का प्रसाद ग्रहण करने के बाद व्रतियों का निर्जला उपवास प्रारंभ हो गया है, और जिले में प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया है।
बांका जिले में छठ की तैयारियों की जांच
वहीं, बांका जिले में छठ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए अमरपुर के विधायक और बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री जयंत राज कुशवाहा ने कई छठ घाटों का निरीक्षण किया। उन्होंने सभी खतरनाक घाटों पर बैरिकेडिंग, लाल झंडे, बिजली की व्यवस्था और गोताखोरों की तैनाती के निर्देश दिए हैं। इन व्यवस्थाओं का उद्देश्य छठ व्रतियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है ताकि वे इस पवित्र पर्व को बिना किसी परेशानी के मना सकें।