पटना – बेतिया की कनेक्टविटी होगी बेहतर, NH-139W को 4-लेन निर्माण को मिली मंजूरी, इन जिलों को होगा फायदा

New Delhi - बिहार विधानसभा चुनान नजदीक है, ऐसे में मोदी सरकार बिहार में फिर से एनडीए सरकार लगातार बिहार से जुड़ी कई घोषणाएं कर रही है। आज मोदी कैबिनेट की मीटिंग में बिहार के विकास   से जुड़े कार्यों को मंजूरी दी गई। जिसमें सबसे बड़ी घोषणा पटना और बेतिया के बीच बेहतर रोड कनेक्टविटी स्थापित करना है। जिसके लिए मोदी सरकार ने NH-139W के साहेबगंज-अरेराज-बेतिया खंड के हाइब्रिड एन्युइटी मोड (HAM) पर 4-लेन कंस्‍ट्रक्‍शन को मंजूरी दी है।

78.942 किमी लंबे इस प्रोजेक्ट के लिए मोदी कैबिनेट ने 3,822.21 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। इस ग्रीनफील्ट प्रोजेक्ट के बनने से न सिर्फ राजधानी पटना और बेतिया के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाया जाएगा। इसके साथ ही उत्तर बिहार के वैशाली, सारण, सीवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जिलों को भारत-नेपाल सीमा से लगे क्षेत्रों तक जोड़ेगा। 

दोहरीकरण किया जाएगा बख्तियारपुर-राजगीर-तिलैया  रेल मार्ग

वहीं मोदी सरकार ने बख्तियारपुर-राजगीर-तिलैया के बीच मौजूदा सिंगल रेलवे लाइन को दोहरीकरण करने को भी मंजूरी दी है। लगभग 104 किलोमीटर की दूरी को कवर करेगी और इसकी अनुमानित लागत 2,192 करोड़ रुपये है। इस भारी निवेश से यह साफ है कि सरकार इस क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह रेलवे लाइन बिहार के चार जिलों से होकर गुजरेगी, जिससे इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना से बिहार के लगभग 1,434 गांवों और 13.46 लाख आबादी को सीधा फायदा होगा