Operation Sindoor: ताज की सुरक्षा को अभेद्य बनाने वाली ड्रोन रोधी प्रणाली, अब कोई हवाई खतरा नहीं
Operation Sindoor: दुनिया के सात अजूबों में शुमार और भारत की शान, विश्व धरोहर ताजमहल की सुरक्षा अब और भी मजबूत होने जा रही है!
Operation Sindoor: दुनिया के सात अजूबों में शुमार और भारत की शान, विश्व धरोहर ताजमहल की सुरक्षा अब और भी मजबूत होने जा रही है! किसी भी संभावित हवाई खतरे, खासकर ड्रोन हमलों से निपटने के लिए परिसर में जल्द ही एक अत्याधुनिक ड्रोन रोधी प्रणाली स्थापित की जाएगी। यह कदम ताजमहल की सुरक्षा को अभेद्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ी चिंताएं
यह अहम फैसला 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद उत्पन्न हुई गंभीर चिंताओं के मद्देनजर लिया गया है। इस दौरान पाकिस्तान ने भारत के विभिन्न हिस्सों में ड्रोन हमलों का असफल प्रयास किया था, जिसे भारतीय सुरक्षा बलों ने सफलतापूर्वक बेअसर कर दिया था। अब ताज महल को भी ऐसे किसी भी खतरे से बचाने के लिए एक अतिरिक्त सुरक्षा कवच मिलने जा रहा है।
अत्याधुनिक तकनीक से लैस 'ड्रोन न्यूट्रलाइजेशन' प्रणाली
वर्तमान में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) और उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा संरक्षित ताजमहल को अब उन्नत 'ड्रोन न्यूट्रलाइजेशन' तकनीक के रूप में सुरक्षा का एक अतिरिक्त कवच मिलेगा। सहायक पुलिस आयुक्त (ताज सुरक्षा) सैयद अरीब अहमद ने बताया कि ताजमहल परिसर में स्थापित की जाने वाली इस ड्रोन रोधी प्रणाली की रेंज सात-आठ किलोमीटर होगी, लेकिन यह ताजमहल के मुख्य गुंबद से 200 मीटर के दायरे में विशेष रूप से प्रभावी ढंग से काम करेगी।
कैसे काम करेगी यह अद्भुत प्रणाली?
अहमद ने बताया कि जैसे ही कोई भी संदिग्ध ड्रोन ताजमहल के आसपास आएगा, यह ड्रोन रोधी प्रणाली उसके सिग्नल को तुरंत तोड़ देगी और उसे जमीन पर गिरा देगी। इस प्रणाली को संचालित करने के लिए पुलिस कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है और एक समर्पित प्रतिक्रिया टीम का भी गठन किया जाएगा।
त्वरित कार्रवाई और प्रशिक्षण
प्रतिक्रिया टीम का काम ड्रोन के उड़ान भरने के स्थान को ट्रैक करना और ड्रोन गिरने के स्थान पर त्वरित कार्रवाई करना होगा। अधिकारियों के अनुसार, अगले कुछ दिनों में ही यह अत्याधुनिक ड्रोन रोधी प्रणाली स्थापित कर दी जाएगी, जिससे ताजमहल की सुरक्षा व्यवस्था पहले से कहीं ज्यादा पुख्ता हो जाएगी। यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित ताजमहल देश के उन प्रमुख स्मारकों में से एक है जहां हर साल लाखों सैलानी आते हैं, और यह नई सुरक्षा प्रणाली उनकी यात्रा को और भी सुरक्षित बनाएगी।