Bihar Crime: दहेज लोभ ने ली नवविवाहिता की जान, 4 महीने पहले हुई थी शादी

Bihar Crime: चार महीने पहले ब्याही गई 22 वर्षीय सनकेसी कुमारी की गला दबाकर हत्या कर दी गई।

दहेज लोभ ने ली नवविवाहिता की जान, 4 महीने पहले हुई थी शादी- फोटो : REPORTER

Bihar Crime:दहेज प्रथा आज भी हमारे समाज की सबसे काली सच्चाई है। दहेज के लालच में बेटियों को प्रताड़ित करना और उनकी हत्या कर देना सभ्यता के माथे पर धब्बा है। हर साल हजारों महिलाएँ इस कुरीति की बलि चढ़ती हैं। कानून कड़ा है, पर सामाजिक मानसिकता बदलना ज़रूरी है। 

 प. चम्पारण के चनपटिया थाना क्षेत्र में चार महीने पहले ब्याही गई 22 वर्षीय सनकेसी कुमारी की गला दबाकर हत्या कर दी गई। परिजनों ने पति शिवम कुमार और ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है। शादी के समय 18 लाख रुपये देने के बावजूद ससुराल पक्ष अतिरिक्त 2 लाख की मांग कर रहा था। रुपये न मिलने पर लगातार प्रताड़ना झेल रही नवविवाहिता की रविवार को हत्या कर दी गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए पति को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपी फरार हैं। परिजनों का कहना है, दहेज की लालच ने बेटी की जिंदगी छीन ली।

बेतिया जिले के चनपटिया थाना क्षेत्र के चुहड़ी स्थित मिस्कार टोला वार्ड नंबर 14 में दहेज प्रथा ने एक और बेटी की जिंदगी छीन ली। महज चार महीने पहले सात फेरे लेने वाली नवविवाहिता सनकेसी कुमारी (22 वर्ष) की संदिग्ध हालात में गला दबाकर हत्या कर दी गई।

मृतका सिरिसिया भागड़वा वार्ड नंबर 7 निवासी केदार साह की बेटी थी। उसकी शादी इसी साल 30 अप्रैल 2025 को बड़ी धूमधाम से हुई थी। लेकिन खुशियों के महज चार महीने बाद ही उसके ससुराल ने उसे मौत की नींद सुला दिया।

 परिजनों के मुताबिक, शादी के वक्त ससुराल पक्ष को 18 लाख रुपये दहेज दिया गया था। लेकिन इसके बाद पति शिवम कुमार (पिता स्व. शंकर साह) और घरवाले अतिरिक्त 2 लाख रुपये की मांग करने लगे। रुपये नहीं मिलने पर नवविवाहिता को लगातार शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना दी गई। रविवार को प्रताड़ना का अंत उसकी गला दबाकर हत्या से हुआ।

घटना की सूचना मिलते ही चनपटिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पति शिवम कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि भसुर सत्यम कुमार, गोतनी रेखा देवी और सास घटना के बाद से फरार बताए जा रहे हैं।

रिपोर्ट- आशीष कुमार