Bhagalpur Tanishq conspiracy: भागलपुर के तनिष्क शोरूम में डकैती की बड़ी साजिश नाकाम, दमदम जेल में बंद अपराधी ने बनायी थी योजना

भागलपुर के तनिष्क शोरूम में डकैती की बड़ी साजिश को पुलिस ने विफल कर दिया। दमदम जेल में बंद अपराधी राजवीर ने रची थी योजना।

Bhagalpur Tanishq conspiracy
Bhagalpur Tanishq conspiracy- फोटो : social media

Bhagalpur Tanishq conspiracy: बिहार के भागलपुर जिले में एक बड़ी आपराधिक साजिश को पुलिस ने समय रहते विफल कर दिया। तिलकामांझी स्थित तनिष्क ज्वेलरी शोरूम में डकैती की सुनियोजित साजिश दमदम जेल में बंद एक कुख्यात अपराधी राजवीर द्वारा रची गई थी। इस साजिश का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने साहेबगंज निवासी मो. मुमताज को इशाकचक क्षेत्र से गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर आठ और अपराधियों को वैशाली से धर दबोचा।

इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड पंजाब का कुख्यात अपराधी राजवीर था, जो पहले भी बिहार, बंगाल समेत कई राज्यों में बड़े  ज्वेलरी शोरूम में डकैती की वारदातों को अंजाम दे चुका है। राजवीर दमदम जेल में बंद हैं। इसके बावजूद उसने डकैती की पूरी साजिश रची। । उसकी मदद समस्तीपुर रिलायंस ज्वेलरी शॉप लूटकांड में फरार चल रहे एक लाख रुपये के इनामी अपराधी मो. जफर और मो. साहिल ने की। राजवीर ने जेल से मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर जफर और साहिल को तनिष्क शोरूम लूट की जानकारी दी थी।

मुमताज ने किए चौंकाने वाले खुलासे

पुलिस ने मुमताज से पूछताछ की, जिसमें उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने बताया कि वह राजवीर के संपर्क में था।  जफर का भाई भी दमदम जेल में ही बंद था। जफर बिहार पुलिस की नजर में फरार था। वह अक्सर अपने भाई से मिलने जेल आता-जाता था। इस तरह से उसकी पहचान राजवीर से हुई। वे अपनी सारी बातें मुमताज और अन्य अपराधियों तक पहुंचते थे।

भागलपुर में रह रहे थे अपराधी

गिरफ्तार अपराधियों ने कबूल किया कि वे पिछले डेढ़ महीने से तनिष्क शोरूम की रेकी कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने भागलपुर के बरहपुरा ईदगाह के पास किराए पर कमरा भी ले रखा था। रेकी के दौरान अपराधियों ने शोरूम में पुलिस चेकिंग के समय, स्टाफ और ग्राहकों की संख्या, सीसीटीवी कैमरों की स्थिति और शोरूम के आसपास भागने के संभावित रास्तों तक की पूरी जानकारी इकट्ठा कर ली थी।

डकैती के लिए 15 अपराधियों का एक बड़ा गिरोह तैयार 

डकैती को अंजाम देने के लिए लगभग 15 अपराधियों का एक बड़ा गिरोह तैयार किया गया था। योजना के अनुसार, कुछ अपराधी शोरूम के भीतर रहते जबकि बाकी बाहर निगरानी करते और पल-पल की जानकारी शेयर साझा करते। घटना के बाद सभी अपराधी बरहपुरा स्थित मुमताज के कमरे पर पहुंचते, हथियारों को वहीं छिपाते और लूटे गए आभूषण व नकदी को अलग-अलग बैग में भरकर रेलवे ट्रैक के रास्ते पैदल चलते हुए भागलपुर रेलवे स्टेशन पहुंचते। वहां से वे ट्रेन पकड़कर फरार होने की योजना बना चुके थे।


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