Bihar Police: बिहार पुलिस में बड़ी कार्रवाई, 2 डीएसपी, 1 इंस्पेक्टर और 6 दारोगा पर गिरी गाज, महकमें में हड़कंप

Bihar Police:इंसाफ की कब्र पर 'लापरवाही' का कहर सामने आने पर अब कार्रवाई हुई है। बड़े साहब ने 9 अफ़सरों पर गाज गिराई है। जिनमें दो डीएसपी शामिल हैं...

9 अफसरों पर कार्रवाई - फोटो : social Media

Bihar Police: इंसाफ के नाम पर जो हुआ, वो रूह कंपा देने वाला है! तेजाबी हत्या का कार्रवाई की जद में 9 पुलिस अफसर आए हैं, जिनमें दो डीएसपी भी शामिल हैं।बिहार के भागलपुर में 2018 के एक खौफ़नाक तेजाबी क़त्ल का मामला अब जाकर पुलिस महकमे की नींद उड़ा रहा है। सात साल तक जिस केस की फाइल पर धूल जमी रही, उस पर आईजी विवेक कुमार ने अपनी सख़्ती का डंडा चलाया है।  

यह संगीन मामला भागलपुर के अकबरनगर थाना इलाके की रजनी कुमारी से जुड़ा है। रजनी की शादी को चार साल हुए थे और उसका एक बेटा भी था। लेकिन उसकी शादीशुदा ज़िंदगी जहन्नुम बन चुकी थी। रजनी ने अपनी मौत से पहले, 31 मार्च 2018 को मायागंज अस्पताल में दर्दनाक हालत में अपना बयान दर्ज कराया था। उसने बताया था कि उसके पति, सास और गोतनी उसे रोज़ाना तंग करते थे। 28 मार्च 2018 की रात, जब रजनी अपने पति से बात कर रही थी, तो उसे "तंग करने" का इल्ज़ाम लगाकर पीटा गया। ज़ख़्मी हालत में उसने एक डॉक्टर से इलाज भी कराया, लेकिन उसके बाद उसकी सास और गोतनी ने उसे टॉयलेट साफ़ करने वाला तेज़ाब पिला दिया, जिससे वह बेहोश हो गई।

ख़बर मिलते ही रजनी के मायके वाले उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, मगर 13 अप्रैल 2018 को उसकी मौत हो गई। इस मौत के बाद अकबरनगर थाने में केस तो दर्ज हुआ, लेकिन फिर क्या हुआ? सात साल तक यह मामला बस एक फ़ाइल बनकर रह गया। जांच के नाम पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

जब आईजी विवेक कुमार ने इस केस की समीक्षा की, तो अंदर की सड़ांध बाहर आ गई। पता चला कि इस जघन्य वारदात की ना तो कोई जांच हुई, ना ही कोई रिपोर्ट बनाई गई। सबसे शर्मनाक बात तो यह थी कि मृतका का विसरा भी सुरक्षित नहीं रखा गया और वो सड़ चुका था, जिससे वैज्ञानिक जांच का हर रास्ता बंद हो गया।

इस घोर लापरवाही पर आईजी ने सख्त रुख़ अपनाया है। जिन 9 पुलिस अफ़सरों के ख़िलाफ़ विभागीय कार्रवाई का हुक्म दिया गया है, उनमें तत्कालीन आईओ इंस्पेक्टर विकास कुमार के अलावा एसआई नसीम खां, एसआई मो. वारिस खान, एसआई मो. दिलशाद, एसआई संतोष कुमार शर्मा, एसआई पुष्पलता कुमारी, एसआई संतोष कुमार वर्मा, एसआई राकेश कुमार और एएसआई जितेंद्र कुमार शामिल हैं। इसके अलावा, दो डीएसपी, नेसार अहमद शाह और डॉ. गौरव कुमार, पर भी अनुशासनिक कार्रवाई की सिफ़ारिश की गई है।इस कार्रवाई से एक बात तो साफ़ हो गई है कि पुलिस की लापरवाही से इंसाफ़ को कितनी बड़ी ठेस पहुंचती है।