Bihar Vidhansabha Chunav 2025 : पूर्णिया सांसद पप्पू यादव को राजद प्रत्याशी ने दी धमकी, कहा कितने भी बड़े नेता हो छोड़ेंगे नहीं, जानिए वजह....

Bihar Vidhansabha Chunav 2025 : पूर्णिया सांसद पप्पू यादव को राजद की टिकट पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी ने धमकी दिया है. कहा की कितने भी बड़े नेता हो...छोड़ेंगे नहीं

पप्पू यादव को धमकी - फोटो : BALMUKUND

BHAGALPUR : भागलपुर महागठबंधन में आंतरिक कलह खुलकर सामने आ गई है, जिसका ताजा उदाहरण कहलगांव विधानसभा क्षेत्र है। यह सीट पारंपरिक रूप से कांग्रेस का गढ़ रही है, लेकिन इस बार राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अपने उम्मीदवार रजनीश यादव को मैदान में उतारा है, जिसके जवाब में कांग्रेस ने प्रवीण कुशवाहा को प्रत्याशी बनाकर गठबंधन धर्म को चुनौती दे दी है। राजद प्रत्याशी रजनीश यादव ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार प्रवीण कुशवाहा 20 अक्टूबर को नामांकन करेंगे। दोनों प्रमुख गठबंधन दलों के उम्मीदवारों के आमने-सामने होने से कहलगांव में मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है।

पप्पू यादव के आरोपों पर रजनीश यादव का पलटवार

मामला तब और गरमा गया जब पटना में कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण कुशवाहा के जश्न के दौरान सांसद पप्पू यादव ने झारखंड सरकार में मंत्री और रजनीश यादव के पिता, संजय यादव पर बिना नाम लिए बालू माफिया होने का आरोप लगाते हुए जोरदार नारेबाजी की। पप्पू यादव ने "माफिया भागो कहलगांव बचाओ" जैसे नारे लगाए थे। इन आरोपों पर पलटवार करते हुए रजनीश यादव ने कहा कि यदि कोई उनके पिता पर बेबुनियाद आरोप लगाएगा तो वे उसे छोड़ेंगे नहीं, चाहे वह कितना भी बड़ा नेता क्यों न हो। उन्होंने पप्पू यादव को "अपने गिरेबान में झांकने" की नसीहत देते हुए कहा कि पप्पू यादव का पूर्णिया और सीमांचल में कैसा आतंक है, यह सभी जानते हैं। रजनीश यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि वे ऊपर के नेताओं के कहने पर चुनाव लड़ने आए हैं, और उनका लक्ष्य तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनने से रोकना चाहने वाले विरोधियों को जवाब देना है।

गठबंधन धर्म पर सवाल और बाहरी उम्मीदवार का मुद्दा

कहलगांव सीट पर कांग्रेस द्वारा उम्मीदवार उतारे जाने पर रजनीश यादव ने गठबंधन धर्म का ख्याल न रखे जाने पर असहजता व्यक्त की। उन्होंने याद दिलाया कि 2014 की मोदी लहर में राजद ने भागलपुर लोकसभा सीट जीती थी, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन धर्म का पालन करते हुए वह सीट कांग्रेस को दे दी गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भी इसी भावना का सम्मान करना चाहिए था। बाहरी उम्मीदवार होने के आरोप पर उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण कुशवाहा पर पलटवार करते हुए कहा कि वह खुद कहां-कहां से आए हैं और कहां-कहां लड़े हैं, यह सबको पता है।

पार्टी के अंदरूनी विरोधियों पर गंभीर आरोप

रजनीश यादव ने इशारों-इशारों में पार्टी के कुछ अंदरूनी विरोधियों पर भी निशाना साधा जिन्होंने उन्हें 'थोपा गया' उम्मीदवार बताया और सोशल मीडिया पर विरोध किया। उन्होंने बासुकीनाथ यादव और सुभाष यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे लोग ठेकेदार हैं, जो कभी बीजेपी, कभी जदयू, कभी लोजपा के गमछा में नजर आते हैं, मजदूरों का पैसा मारते हैं और किसी एक पार्टी के प्रति वफादार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को पार्टी टिकट कैसे दे सकती है, इसका फैसला जनता करेगी।

विकास और बेरोजगारी मुख्य चुनौती

रजनीश यादव ने कहा कि उनकी मुख्य चुनौती किसी व्यक्ति से नहीं, बल्कि बेरोजगारी और कहलगांव के पिछड़ेपन से है। उन्होंने कहा कि वह जनता के बीच विकास के मुद्दे को लेकर जा रहे हैं, जिसमें सबसे प्रमुख है एनटीपीसी के सीएसआर फंड का सही उपयोग न होना। उन्होंने दिवंगत सदानंद सिंह के 45-50 साल के कार्यकाल पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि उनके राज के बावजूद सड़कों की स्थिति सबके सामने है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस चुनाव में जनता का रुझान तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का है और वह यह सीट जीतकर उनके हाथ मजबूत करेंगे।

भागलपुर से बालमुकुन्द की रिपोर्ट