छठ पूजा की पहली अर्घ्य अस्तगामी सूर्य को देने अजगैबिनाथ गंगा घाट में हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी

अजगैबिनाथ स्थित गंगा नदी में खड़े हो अर्घ्य देते व्रती- फोटो : bal mukund kumar

Bhagalpur - लोक आस्था का महापर्व के पहली अर्घ्य अस्तगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए छठ व्रती महिलाएं अजगैबिनाथ के उत्तरवाहिनी गंगा घाट में उतर कर अस्तगामी सूर्य को अर्घ्य देते हुए हाथ में फल प्रसाद लेकर अस्तगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ गई।

जो अपने जीवन सूख शांति की कामना करते हुए अस्तगामी सूर्य को अर्घ्य देकर उदयमान सूर्य कल अर्ध्य देकर जीवन में सुख शांति की कामना की। 

इसको लेकर थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार ने गंगा घाट में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करते हुए छठ पूजा की और नगर परिषद सुल्तानगंज के द्वारा भी गंगा घाट में बेरिकेडिंग की व्यवस्था करते हुए नाव की व्यवस्था की गई थी।

सीओ अनूज झा के द्वारा भी गंगा घाट में एसडीआरएफ टीम को मुस्तैद किये गये थे/गंगा घाट में लोक तंत्र का महापर्व को लेकर भी सभी दल के लोगों ने भी गंगा घाट पहुंचकर अस्तगामी सूर्य को अर्घ्य देते हुए जीवन में सुख शांति की कामना करते हुए देखे गए/इस दौरान गंगा में हजारों कीभीड़देखीगई।

नाथ नगर में भी चंपा नदी पर उमड़ी भीड़


नाथनगर के ऐतिहासिक चंपा नदी घाट पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु एकत्र हुए और अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। भक्ति और आस्था से ओतप्रोत वातावरण में छठव्रती महिलाओं ने गंगा में डुबकी लगाते हुए सूर्य देव की उपासना की। चंपा नदी घाट का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व बहुत अधिक है — मान्यता है कि राजा कर्ण इसी घाट पर स्नान कर पुण्य अर्जित किया करते थे। सार्वजनिक पूजा समिति द्वारा वर्ष 1983 से लगातार इस घाट पर व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाली जा रही है। 

समिति के अध्यक्ष पप्पू यादव और उपाध्यक्ष अमरकांत मंडल ने बताया कि इस वर्ष भी छठ व्रतियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बैरिकेडिंग, लाइटिंग, सुरक्षा और साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था की गई है, ताकि किसी श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन और समिति दोनों की ओर से व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

रिपोर्ट --balmukund kumar भागलपुर