Bihar News : बक्सर की 85 वर्षीय दादी का गाना सोशल मीडिया में हुआ वायरल , गाने में छुपा संघर्ष, यादों का खजाना और परिवार का महत्व

Bihar News : बक्सर में एक 85 वर्षीय दादी का गाना सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. दादी बक्सर कांग्रेस जिलाध्यक्ष की नानी बताई जा रही है. उनके गाने में संघर्ष, यादों का खजाना और परिवार का महत्व

Bihar News : बक्सर की 85 वर्षीय दादी का गाना सोशल मीडिया में हुआ वायरल , गाने में छुपा संघर्ष, यादों का खजाना और परिवार का महत्व
दादी का वीडियो वायरल - फोटो : sandip verma

Buxar : जिले के हरकिशुनपुर गांव की 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला, जिनकी गुनगुनाहट और संघर्षों से भरी कहानियां परिवार को प्रेरित करती हैं, अब सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा में हैं। उनकी गाने गुनगुनाने की वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। उनकी सादगी और भावनात्मक गहराई ने लोगों को आकर्षित किया है। यह वीडियो परिवार के बीच दादी की अहमियत को और गहराई से सामने लाता है।

यादों में बसा है उनका संसार

दादी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष बक्सर, मनोज पांडेय की चाची हैं। दादी के पोते विकास पांडेय बताते हैं कि उनकी नानी को गाने का बेहद शौक है। अक्सर वह अपने जीवन के पुराने दिनों को याद करती हैं और अपनी मधुर आवाज में लोकगीत या अपनी पसंदीदा धुनें गुनगुनाती हैं। हालांकि, उम्र के कारण उनकी सुनने की शक्ति कमजोर हो गई है, लेकिन उनकी यादों की मिठास आज भी उनकी जुबां पर बरकरार है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में उनकी आवाज और भावनाएं लोगों को गहराई से छू रही हैं।

सोशल मीडिया पर दिल जीत रही हैं दादी

यह वीडियो वायरल होते ही हर जगह से लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं। उनकी आवाज में न केवल मिठास है, बल्कि वह अपने जीवन की सच्चाई और संघर्षों को बयां करती हैं। सोशल मीडिया पर लोग इसे बड़े पैमाने पर शेयर कर रहे हैं और इस वीडियो के जरिए परिवार और परंपराओं की अहमियत को महसूस कर रहे हैं।

परिवार का केंद्र बनीं दादी

दादी न केवल परिवार की रीढ़ हैं, बल्कि उनके गाने और उनकी कहानियां परिवार को जोड़े रखने में अहम भूमिका निभाती हैं। विकास पांडेय बताते हैं कि उनकी नानी का यह गाना परिवार के हर सदस्य के दिल को छू गया। अब यह गाना केवल परिवार तक सीमित नहीं रहा, बल्कि सोशल मीडिया पर लोगों को भी यह एहसास करा रहा है कि परिवार के बुजुर्गों का जीवन में क्या महत्व होता है।

संघर्ष और जज्बे की मिसाल

दादी का जीवन संघर्षों से भरा रहा है। गरीबी, सामाजिक दबाव और समय के बदलावों के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनके गाए गीत उनके जीवन के संघर्ष, सपने और खुशियों की झलक देते हैं। उनकी आवाज में वह अनुभव झलकता है, जिसने लोगों को भावुक कर दिया है।

यादों का खजाना और जीवन का सबक

दादी के गीत न केवल उनकी स्मृतियों को जीवित रखते हैं, बल्कि यह परिवार और समाज को जीवन के महत्वपूर्ण सबक भी देते हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो देखने वाले लोग न केवल उनके गाने का आनंद ले रहे हैं, बल्कि उनकी जीवन यात्रा से प्रेरणा भी ले रहे हैं।

परिवार के लिए प्रेरणा और समाज के लिए संदेश

दादी के गीत और उनकी गुनगुनाहट एक उदाहरण हैं कि उम्र चाहे कितनी भी हो, यदि मन में जज्बा और आत्मविश्वास हो, तो जीवन को खूबसूरत बनाया जा सकता है। उनका वीडियो यह भी संदेश देता है कि परिवार के बुजुर्गों को केवल सहारा नहीं, बल्कि सम्मान और प्यार भी दिया जाना चाहिए। उनकी यह कहानी हर उस परिवार के लिए प्रेरणा है, जो अपने बुजुर्गों को केवल जिम्मेदारी समझते हैं। दादी के गीतों के जरिए यह सीखने को मिलता है कि जीवन का असली आनंद प्यार और आपसी संबंधों में है। आज उनकी गुनगुनाहट ने न केवल उनके परिवार को जोड़ा, बल्कि सोशल मीडिया पर भी लाखों दिलों को छू लिया।

बक्सर से संदीप वर्मा की रिपोर्ट

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