Bihar Liquor: तस्करी के मामले में पुष्पा भाऊ को भी फेल कर देंगे बिहार के शराब माफिया! स्मलिंग के लिए लगाया ऐसा जुगाड़ की पुलिस रह गई हक्का-बक्का

Bihar Liquor: बिहार के छपरा जिले में उत्पाद विभाग ने तरबूज से लदे डीसीएम वाहन से 423 लीटर शराब बरामद की। ट्रक के तहखाने में शराब छिपाई गई थी।

liquor in chapra- फोटो : social media

Bihar Liquor: बिहार में लागू पूर्ण शराबबंदी कानून के बावजूद शराब तस्करी का धंधा नए-नए रूप ले रहा है। ताजा मामला सामने आया है छपरा जिले के एकमा-दाउदपुर मुख्य मार्ग से, जहां तरबूज से लदे डीसीएम वाहन से 423 लीटर अवैध शराब बरामद की गई। यह मामला बिहार में अवैध शराब के नेटवर्क की गहराई और तस्करों की चतुराई को उजागर करता है।

तरबूज के नीचे बना रखा था तहखाना

उत्पाद विभाग को मिली गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने एकमा-दाउदपुर रोड पर जांच अभियान शुरू किया। जांच के दौरान एक डीसीएम ट्रक को रोका गया, जो तरबूज से भरा हुआ था। पहले तो वाहन सामान्य लग रहा था, लेकिन शक होने पर जब तरबूज को हटाकर ट्रक की गहराई से जांच की गई, तो नीचे एक छुपा हुआ तहखाना निकला जिसमें शराब की भारी खेप छिपा कर रखी गई थी।पुलिस ने बताया कि जब्त की गई शराब की मात्रा 423 लीटर है, जिसे प्लास्टिक के जार और बोतलों में छुपा कर रखा गया था।

उत्तर प्रदेश से जुड़ा है तस्करी नेटवर्क

पकड़े गए वाहन चालक नरेंद्र कुमार उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का निवासी है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने स्वीकार किया है कि वह इस शराब तस्करी रैकेट का हिस्सा है। वह शराब को बिहार के भीतर किसी जगह डिलीवर करने जा रहा था, हालांकि अंतिम डिलीवरी पॉइंट का पता लगाने के लिए उत्पाद विभाग की टीम गहन पूछताछ कर रही है।

गर्मी में फल की आड़ बन रही चुनौती

गर्मी के मौसम में तरबूज की आमद बाजारों में तेजी से होती है और इसका फायदा तस्कर भी उठाने लगे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि “अब तस्कर फलों की ट्रकों का इस्तेमाल करने लगे हैं ताकि आमद और आवाजाही पर शक न हो।”इससे पहले भी कई बार आम, तरबूज, और अन्य फलों की खेप में शराब की तस्करी के मामले सामने आए हैं, लेकिन यह मामला तस्करों की नई रणनीति का खुलासा करता है।