Bihar Political News : 'बिहार बदलाव यात्रा' के तहत सारण जिले के तरैया पहुंचे प्रशांत किशोर, मंत्री अशोक चौधरी को दी चुनौती-कहा-सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे, उन्हें नहीं पता किससे उलझे हैं....

Bihar Political News : जन सूरज के सूत्रधार प्रशांत किशोर 'बिहार बदलाव यात्रा' के तहत सारण जिले के तरैया पहुंचे. जहाँ उन्होंने मंत्री अशोक चौधरी को चुनौती दी है. उन्होंने कहा की वे सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे......पढ़िए आगे

मंत्री को चुनौती - फोटो : SOCIAL MEDIA

SARAN : जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर 'बिहार बदलाव यात्रा' के तहत तीन दिवसीय यात्रा पर आज सारण पहुंचे। सारण के तरैया में जनसभा को संबोधित करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रशांत किशोर ने कुढ़नी में नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना की कड़ी निंदा की और कहा कि मुजफ्फरपुर में हुई घटना दिल्ली के निर्भया कांड से भी ज्यादा भयावह है और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण उसे समय पर उचित इलाज नहीं मिल पाया। प्रशांत किशोर ने इस घटना को लेकर स्वास्थ्य मंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि मंत्री जी सिर्फ बैठकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। कोविड के समय में भी जब बिहार की जनता परेशान थी, तब भी मंत्री जी अपने बंगले में बैठे रहे।

प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी द्वारा उनके खिलाफ FIR पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हम 3 साल से बिहार में घूम रहे हैं, वो भी बिना किसी सुरक्षाकर्मी को साथ लिए। प्रशांत किशोर किसी FIR या मानहानि से नहीं डरते। उन्होंने कहा कि अगर हम बेबुनियाद बातें कर रहे हैं तो कोर्ट में साबित करें। उन्होंने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि बिहार में ये आम चर्चा है कि इन लोगों ने अपने बेटी के लिए दूसरे दल से टिकट खरीदा हैं। आप जदयू के नेता हैं और आपकी बेटी LJP में जाती है और उसे टिकट मिल जाता है। जिस दिन उसे टिकट दिया गया, उसी दिन कई LJP के नेताओं ने इस मुद्दे पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया। 

उन्होंने साफ कहा कि प्रशांत किशोर माफी मांगने वाले नहीं हैं, हम यहां से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे। उन्हें नहीं पता कि वो किससे उलझ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने अशोक चौधरी के उस बयान पर टिप्पणी की जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रशांत किशोर की उम्र से ज्यादा समय से उनका परिवार राजनीति में है, पीके ने कहा कि अब बिहार में सिर्फ नेताओं के बच्चे ही नेता नहीं बनेंगे। प्रशांत किशोर इसी चीज को खत्म करने आए हैं, यह लोकतंत्र है, राजतंत्र नहीं।