Bihar News : रोहतास में नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को पार्षदों ने कार्यालय में किया बंद, घंटों चला हाईवोल्टेज ड्रामा

Bihar News : रोहतास जिले के गोड़ारी नगर पंचायत में ई ओ को पार्षदों ने बंधक बना लिया. जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों से शिकायत दर्ज करायी है. दोनों पक्ष ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाये हैं...पढ़िए आगे

Bihar News : रोहतास में नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को पार्षदों ने कार्यालय में किया बंद, घंटों चला हाईवोल्टेज ड्रामा
ई ओ को बनाया बंधक - फोटो : RANJAN

SASARAM : रोहतास जिले के नगर पंचायत गोड़ारी में इन दिनों विकास कार्यों से ज्यादा विवादों का शोर सुनाई दे रहा है। ताजा मामला गुरुवार का है, जब नगर पंचायत कार्यालय में मुख्य पार्षद राधिका कुमारी, मुख्य पार्षद प्रतिनिधि मुन्ना भारती, और सशक्त स्थाई समिति के सदस्य वार्ड पार्षद संतोष कुमार तिवारी, सुरेश माली, मालती देवी ने कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) सीमाब मतीन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कार्यालय के अंदर बैठे ईओ को बाहर से ताला लगा दिया।

मामले की शुरुआत 

मिली जानकारी के अनुसार, मुख्य पार्षद और उनके प्रतिनिधि ईओ पर एनजीओ और विकास कार्यों के ऑर्डर जारी करने के लिए दबाव बना रहे थे। दूसरी ओर, ईओ ने पार्षदों पर काम में बाधा डालने और रिश्वत मांगने के गंभीर आरोप लगाए। ईओ ने कहा कि उन्होंने पार्षदों की ओर से झूठे आरोप लगाए जाने और दबाव बनाए जाने की शिकायत उच्च अधिकारियों से कर दी है। ईओ सीमाब मतीन ने कहा, "पार्षद बिना किसी प्रक्रिया के वर्क ऑर्डर की मांग कर रहे हैं। हमारा काम नियमों और प्रक्रियाओं का पालन करते हुए प्राथमिकता के आधार पर कार्य करना है। इस मुद्दे को लेकर जब मैं अपने कार्यालय में काम कर रहा था, तभी अचानक बाहर से ताला लगा दिया गया।"

मुख्य पार्षद के आरोप

मुख्य पार्षद राधिका कुमारी और उनके प्रतिनिधि मुन्ना भारती ने ईओ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे मनमानी करते हैं और केवल कमीशन के लिए काम रोक कर रखे हुए हैं। उनका दावा है कि पिछले छह महीनों से नगर पंचायत में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। साथ ही, सफाई एजेंसी से 20% कमीशन लेने और नगर के किसी भी वार्ड में सफाई न होने की भी शिकायत की।

तीन घंटे का हाईवोल्टेज ड्रामा

ताला बंदी के बाद ईओ ने एसडीएम अनिल बसाक को मामले की जानकारी दी। एसडीएम के निर्देश पर कराकाट थानाध्यक्ष फूलदेव चौधरी, बीडीओ राहुल कुमार सिंह, एसआई संजय ठाकुर, और अन्य पुलिस बल मौके पर पहुंचे। तीन घंटे के लंबे विवाद और बहस के बाद पुलिस ने कार्यालय का ताला खोलकर ईओ को बाहर निकाला।

ईओ की सफाई

ईओ सीमाब मतीन ने पार्षदों के आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा, "सफाई से संबंधित कोई लिखित शिकायत मेरे पास नहीं आई है। जहां तक वर्क ऑर्डर की बात है, इसकी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही आदेश जारी किया जाएगा। ताला बंद करना उनकी मानसिकता को दर्शाता है कि दबाव डालकर काम निकाला जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।"

विवाद के पीछे क्या है असली वजह?

यह विवाद केवल वर्क ऑर्डर तक सीमित नहीं है। सूत्रों के अनुसार, नगर पंचायत में भ्रष्टाचार और आपसी राजनीति का गहरा असर है। मुख्य पार्षद और ईओ के बीच आपसी समन्वय की कमी का खामियाजा नगर के विकास कार्यों और जनता को भुगतना पड़ रहा है।

स्थिति को सुधारने की जरूरत

नगर पंचायत में चल रहे इस तरह के विवाद केवल विकास कार्यों को बाधित करते हैं। जनता को इस समय पारदर्शिता और त्वरित निर्णय की आवश्यकता है। स्थानीय प्रशासन को भी इन विवादों को सुलझाने और दोषियों पर कार्रवाई करने की दिशा में गंभीर कदम उठाने होंगे।

सासाराम से रंजन की रिपोर्ट


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