Rahul gandhi Bihar Visit: बिहार में राहुल गांधी को बड़ा झटका! 15 मई को इस शहर में होने वाला दौरा रद्द, वजह जानकर चौंक जाएंगे आप

Rahul gandhi Bihar Visit: राहुल गांधी को दरभंगा प्रशासन से अनुमति न मिलने के कारण उनका दौरा रद्द हो गया है। वे पटना में ज्योतिराव फुले पर बनी फिल्म 'फुले' देखेंगे और दलित समुदाय के साथ संवाद करेंगे।

Rahul Gandhi- फोटो : SOCIAL MEDIA

Rahul gandhi Bihar Visit: कांग्रेस नेता राहुल गांधी का 15 मई को प्रस्तावित दरभंगा दौरा प्रशासनिक अनुमति नहीं मिलने के कारण रद्द कर दिया गया है। दरभंगा जिला प्रशासन द्वारा कार्यक्रम को अनुमति न देने के कारण यह निर्णय लिया गया। राहुल गांधी इस दौरे में SC-ST छात्रों के साथ शिक्षा न्याय संवाद करने वाले थे, साथ ही वे कन्हैया कुमार की शिक्षा न्याय यात्रा को हरी झंडी भी दिखाने वाले थे।

क्या था राहुल गांधी के दरभंगा कार्यक्रम का उद्देश्य?

दरभंगा के आंबेडकर छात्रावास में होने वाले इस कार्यक्रम को कांग्रेस ने शिक्षा न्याय यात्रा के रूप में प्रचारित किया था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य था शिक्षा व्यवस्था में गिरावट को उजागर करना।सत्रों में देरी, पेपर लीक और छात्रों पर प्रशासनिक दमन जैसे मुद्दों को सामने लाना। SC और ST छात्रों के साथ संवाद कर शिक्षा में समानता और अवसरों की कमी को लेकर जनजागरूकता फैलाना। कांग्रेस नेतृत्व का मानना है कि यह यात्रा छात्रों के अधिकारों के लिए एक आंदोलन बन सकती थी, लेकिन प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने से इसे स्थगित करना पड़ा।

पटना में 'फुले' फिल्म देखेंगे राहुल गांधी

दरभंगा कार्यक्रम रद्द होने के बाद राहुल गांधी पटना में अपनी मौजूदगी बनाए रखेंगे। वे यहां पर ईबीसी विचारक महात्मा ज्योतिराव फुले के जीवन पर आधारित फिल्म 'फुले' देखेंगे। यह कार्यक्रम सिविल सोसाइटी और दलित कार्यकर्ताओं के साथ संयुक्त रूप से आयोजित किया गया है।

राजनीतिक जानकारों के अनुसार, राहुल गांधी का यह कदम दलित और पिछड़ा वर्ग के वोट बैंक को जोड़ने की रणनीति का हिस्सा है। कांग्रेस पार्टी का यह प्रयास है कि वह सामाजिक न्याय और समान शिक्षा व्यवस्था की लड़ाई को चुनावी मुद्दा बनाए।

शिक्षा न्याय यात्रा क्या है?

कन्हैया कुमार द्वारा शुरू की जाने वाली शिक्षा न्याय यात्रा कांग्रेस की नई रणनीति का हिस्सा है, जो बिहार समेत कई राज्यों में शिक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर करने का काम करेगी। यात्रा के प्रमुख मुद्दे होंगे:

विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक सत्रों में देरी

पेपर लीक और परीक्षा रद्द होने की घटनाएं

छात्र आंदोलनों पर पुलिसिया कार्रवाई

आरक्षण और अवसरों की असमानता

इस यात्रा को राहुल गांधी के नेतृत्व में वैचारिक समर्थन प्राप्त है, और इसे युवाओं और छात्रों को जोड़ने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।