Bihar News : स्टंट की दुनिया में 'बेताज बादशाह' बनने की राह पर गया का दिलबर खान, भारत के लिए गोल्ड मेडल जितने की जताई इच्छा

Bihar News : बिहार के दुसरे टार्जन ने देश के लिए गोल्ड मैडल लाने की इच्छा जताई है. दरअसल गया के दिलबर खान के करतब देखकर लोग दांतों तले उंगली दबा लेते हैं.....पढ़िए आगे

बिहार का दूसरा टार्जन - फोटो : SOCIAL MEDIA

GAYA :  बिहार की ज्ञान भूमि गया से अब एक ऐसा हुनर निकलकर सामने आ रहा है, जो अपनी जांबाजी से सबको हैरत में डाल रहा है। जिले के फतेहपुर प्रखंड के एक छोटे से कस्बे के रहने वाले दिलबर खान ने अपने हैरतअंगेज स्टंट्स की बदौलत बहुत ही कम समय में अपनी एक अलग पहचान बना ली है। एक बेहद साधारण परिवार में जन्मे दिलबर जब अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं, तो देखने वाले दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर हो जाते हैं। उनके भीतर स्टंट का ऐसा जुनून है कि वे इस क्षेत्र का 'बेताज बादशाह' बनने की पूरी काबिलियत रखते हैं।

मिट्टी का लाल, ऊंचे ख्वाब

दिलबर खान महज शौकिया तौर पर स्टंट नहीं करते, बल्कि उनके सीने में देश के लिए कुछ कर गुजरने की गहरी तमन्ना है। एक साधारण पृष्ठभूमि से आने के बावजूद, उनका लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदुस्तान का नाम रोशन करना है। उनकी दिली इच्छा है कि वे अपनी इस कला को निखारें और भविष्य में स्टंट व साहसिक खेलों की वैश्विक स्पर्धाओं में भारत की झोली में 'गोल्ड मेडल' डाल सकें। दिलबर की मेहनत और जज्बा यह साबित करता है कि प्रतिभा किसी बड़े शहर या सुख-सुविधाओं की मोहताज नहीं होती।

मादरे वतन के लिए गोल्ड की हसरत

आज के दौर में जहाँ समाज में कई तरह की नकारात्मकता देखने को मिलती है, वहीं एक मुस्लिम परिवार में जन्मे दिलबर खान के दिल में अपनी जन्मभूमि और मादरे वतन के प्रति अगाध प्रेम है। उनका स्पष्ट कहना है कि वे अपने देश और बिहार के मान-सम्मान के लिए पदक जीतना चाहते हैं। देश के प्रति उनकी यह निष्ठा और खेल के प्रति समर्पण उन्हें अन्य युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत बनाता है। वे अपनी कला को राष्ट्र सेवा और गौरव का माध्यम बनाना चाहते हैं।

मास्टर ट्रेनर की दरकार

दिलबर खान के पास प्राकृतिक हुनर और अदम्य साहस तो है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरने के लिए उन्हें अब सही मार्गदर्शन की जरूरत है। उनके पास संसाधनों का अभाव है और वे फिलहाल बिना किसी पेशेवर प्रशिक्षण के ही जोख़िम भरे करतब कर रहे हैं। यदि सरकार या खेल विभाग उन्हें एक 'मास्टर ट्रेनर' और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा दे, तो यह युवा खिलाड़ी निश्चित रूप से वैश्विक पटल पर भारत का तिरंगा लहराने का माद्दा रखता है।

इलाके में बढ़ती लोकप्रियता

फतेहपुर जैसे छोटे इलाके से निकलकर दिलबर खान अब धीरे-धीरे सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर सुर्खियों में आ रहे हैं। उनके साहसिक कारनामों को देखने के लिए ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि दिलबर के पास गजब की फुर्ती और संतुलन है। अब जरूरत इस बात की है कि इस कच्चे हीरे को तराशा जाए ताकि गया का यह लाल देश की स्पोर्ट्स और स्टंट की दुनिया में एक नया इतिहास लिख सके।

गया से मनोज की रिपोर्ट