Bihar Politics: जीतन राम मांझी के बयान पर सियासी तूफान, विपक्ष ने खड़ा किया सवाल, मंत्री ने दी सफाई

Bihar Politics: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के हालिया बयान ने सियासत में हड़कंप मचा दिया था इसके बाद मांझी ने सफाई दिया है।

जीतन राम मांझी के बयान पर सियासी तूफान- फोटो : reporter

Bihar Politics: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के हालिया बयान ने सियासत में हड़कंप मचा दिया है। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव से जुड़ी उनकी टिप्पणी को लेकर विपक्ष ने कड़ी आलोचना शुरू कर दी है, लेकिन मांझी ने इसे मीडिया द्वारा भ्रामक तरीके से प्रस्तुत किए जाने का आरोप लगाया।

मांझी ने स्पष्ट किया कि चुनाव हारने वाले लोग अक्सर गुस्से और निरर्थक बयानबाज़ी में पड़ जाते हैं। उन्होंने अपने पुराने चुनावी अनुभव का उदाहरण देते हुए बताया कि वर्ष 1990 के विधानसभा चुनाव में वे मात्र 182 वोटों से हार गए थे। उनके अनुसार, यदि उस समय रिकाउंटिंग होती, तो परिणाम उनके पक्ष में जा सकता था।

वर्ष 2020 के चुनाव की चर्चा करते हुए मंत्री ने कहा कि उस समय जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने नियमों के अनुसार रिकाउंटिंग कराई, जिसके बाद उनका जीतना संभव हुआ। मांझी ने यह भी कहा कि केवल 2020 ही नहीं, बल्कि 2025 में भी कई उम्मीदवार रिकाउंटिंग के सहारे विजयी हुए। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि यदि अनिल कुमार रिकाउंटिंग की मांग करते, तो शायद परिणाम उनके पक्ष में आता, लेकिन उन्होंने हार स्वीकार करते हुए मतगणना केंद्र छोड़ दिया।

मंत्री ने दोहराया कि चुनावी प्रक्रिया संपूर्ण संवैधानिक और नियमबद्ध होती है और इसमें किसी भी प्रकार की अनियमितता का आरोप निराधार है।इसी बीच, हिजाब प्रकरण में भी मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पक्ष में बयान दिया। उन्होंने कहा कि किसी के लिए सौजन्य और शोभा बनाए रखना आवश्यक है। उनके अनुसार, 74 वर्ष के व्यक्ति पर उग्र विवाद को तूल देना उचित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि लड़की ने नौकरी करने के लिए तैयारी की है और उसके परिवार ने भी मामले को बढ़ावा न देने की सलाह दी है।

मंत्री के बयान से यह स्पष्ट होता है कि उनके दृष्टिकोण में सियासत और सामाजिक समझदारी का संतुलन है। साथ ही, उन्होंने यह संदेश भी दिया कि कानून, प्रक्रिया और नैतिकता का पालन हर हाल में होना चाहिए।इस बयान के बाद राज्य और केंद्र की सियासत में बहस तेज हो गई है, और विपक्ष से लेकर समाज के विभिन्न तबकों में इसे लेकर गहन चर्चा शुरू हो गई है।

रिपोर्ट मनोज कुमार