Bihar News : आस्था फाउंडेशन ने पटना में वाक फॉर लाईफ कार्यक्रम का किया आयोजन, डॉ. दिवाकर तेजस्वी बोले- तनाव से डायबिटीज एवं हृदय रोगों को मिलता है बढ़ावा

Bihar News : पटना में आस्था फाउंडेशन की ओर से वाक फॉर लाइफ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर पहल के निदेशक डॉ दिवाकर तेजस्वी ने तनाव से बचने के उपाय बताये....पढ़िए आगे

Bihar News : आस्था फाउंडेशन ने पटना में वाक फॉर लाईफ कार्यक्रम का किया आयोजन, डॉ. दिवाकर तेजस्वी बोले- तनाव से डायबिटीज एवं हृदय रोगों को मिलता है बढ़ावा

PATNA : आस्था फाउंडेशन की ओर से सेन्ट्रल जी0एस0टी0 आयुक्त कार्यालय, बुद्धमार्ग, पटना में मधुमेह जागरूकता कार्यक्रम आयोजन किया गया। इस अवसर पब्लिक अवेयरनेस फॉर हेल्थफुल एपरोच फॉर लिविंग (पहल) के चिकित्सा निदेशक एवं वरिष्ठ चिकित्सक डॉ0 दिवाकर तेजस्वी ने आस्था फाउंडेशन द्वारा आयोजित वाक फॉर लाईफ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बताया कि तनाव आधुनिक जीवनशैली में डायबिटीज और हृदय रोगों के सबसे महत्वपूर्ण कारणों में से एक है, तनाव न केवल मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य पर भी इसके गंभीर दुष्प्रभाव पड़ते हैं।

डॉ0 तेजस्वी ने बताया कि लंबे समय तक तनावग्रस्त रहना शरीर में हार्माेनल असंतुलन पैदा करता है। यह समस्या स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। डायबिटीज का खतरा बढ़ना, तनाव के कारण शरीर में कोर्टिसोल (Cortisol)  का स्तर बढ़ जाता है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में बाधा डालता है। लंबे समय तक तनाव हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और आर्टरीज़ में ब्लॉकेज का कारण बन सकता है, तनाव से अस्वस्थ खानपान और निष्क्रिय जीवनशैली की आदतें विकसित होती हैं, जो मोटापा और अन्य रोगों को जन्म देती हैं।

डॉ0 तेजस्वी ने तनाव के हानिकारक प्रभावों को कम करने के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए। कहा की प्रतिदिन 15-20  मिनट का ध्यान या योग मानसिक शांति और तनाव को कम करने में सहायक है, संतुलित आहार लें और जंक फूड से बचें। फलों, सब्जियों और प्रोटीन युक्त आहार को प्राथमिकता दें, हर दिन 30 मिनट का वॉक, जॉगिंग या अन्य शारीरिक गतिविधियां तनाव हार्माेन को कम करती हैं। पर्याप्त और गुणवत्तापूर्ण नींद लें, प्रतिदिन 7-8 घंटे की नींद शरीर को तनावमुक्त करती है। परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं, खुलकर बात करें और मन की चिंता साझा करें।

शिविर में उपस्थित लोगों ने डॉक्टर से व्यक्तिगत सलाह ली और अपने स्वास्थ्य से संबंधित प्रश्न पूछे। आस्था फाउंडेशन के इस प्रयास को सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने सराहा। कार्यक्रम का उद्देश्य मधुमेह और अन्य दीर्घकालिक बीमारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।

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