Bihar News: जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दरभंगा के नये टर्मिनल भवन के शिलान्यास के लिए पीएम मोदी के प्रति जताया आभार

Bihar News: संजय कुमार झा ने ने दरभंगा के नये टर्मिनल भवन के शिलान्यास के लिए पीएम मोदी के प्रति जताया आभार,कहा, दरभंगा एयरपोर्ट के विकास के प्रति नीतीश कुमार की शुरू से ही व्यक्तिगत अभिरुचि रही है

जदयू ने पीएम मोदी  के प्रति जताया आभार

Bihar News: दरभंगा एयरपोर्ट के निर्माण के लिए शिलान्यास किया गया है। यह एयरपोर्ट न केवल स्थानीय लोगों के लिए हवाई यात्रा को सुगम बनाएगा, बल्कि यह पूरे उत्तर बिहार के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने इस एयरपोर्ट को “गेम चेंजर” बताया है, क्योंकि यह बिहार के 14 जिलों की लगभग 6 करोड़ आबादी को हवाई संपर्कता प्रदान करता है

दरभंगा एयरपोर्ट पर बनने वाले नये सिविल एन्क्लेव का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को काशी में सिगरा स्टेडियम से वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री आवास, पटना से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा सहित कई नेता व वरीय अधिकारी ऑनलाइन जुड़े थे।

कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार झा ने कहा कि आज का दिन मिथिला सहित संपूर्ण उत्तर बिहार के लोगों के लिए बेहद खुशी का दिन है। दरभंगा एयरपोर्ट के नये टर्मिनल बिल्डिंग के शिलान्यास के लिए हम सभी मिथिलावासियों की ओर से प्रधानमंत्री जी के प्रति कोटि-कोटि आभार व्यक्त करते हैं।

संजय कुमार झा ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट के विकास के प्रति मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी की शुरू से ही व्यक्तिगत अभिरुचि रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू 'उड़ान योजना' के तहत बिहार को दो एयरपोर्ट मिले थे। इसके लिए जमीन एवं कई अन्य सुविधाएं राज्य सरकार को उपलब्ध करानी थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने ही तय किया कि इनमें से एक एयरपोर्ट मिथिला के केंद्र दरभंगा में बनेगा। वर्ष 2020 में कोरोना काल में भी उन्होंने दरभंगा जाकर एयरपोर्ट पर हो रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया था। आठ नवंबर, 2020 को दरभंगा एयरपोर्ट से उड़ान सेवा की शुरुआत हुई थी| हमलोग प्रयास कर रहे हैं दरभंगा एयरपोर्ट से दूसरी कंपनियों की सेवा भी शुरू हो। 

उन्होंने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट बिहार के 14 जिलों की 6 करोड़ आबादी को हवाई संपर्कता प्रदान करता है। नेपाल से नजदीक होने से इसकी महत्ता और भी बढ़ जाती है। यहां से विदेशी लोगों का भी आवागमन होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए उक्त एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा दिया गया है। राज्य सरकार इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनाने के लिए अतिरिक्त भूमि देने सहित हर तरह से सहयोग करने के लिए तैयार है। संजय कुमार झा ने विश्वास जताया कि दरभंगा एयरपोर्ट का विकसित स्वरूप आनेवाले समय में मिथिला सहित संपूर्ण उत्तर बिहार के लिए गेम चेंजर साबित होगा। 

उड़ान योजना के तहत दरभंगा एयरपोर्ट देश में सबसे सफलतम एयरपोर्ट है। यात्रियों के आवागमन के मामले में यह निरंतर नये रिकार्ड बना रहा है। नवंबर 2020 में हुई शुरुआत के बाद से यहां से 19.13 लाख से अधिक यात्री आवागमन कर चुके हैं। यात्रियों की संख्या वर्ष 2020-2021 में 1,53,281 से बढ़ कर वर्ष 2023-2024 में 5,26,066 हो गई। यात्रियों की लगातार बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए यहां 52.65 एकड़ भूमि पर 912 करोड़ रुपये की लागत से नये सिविल एन्क्लेव का निर्माण किया जाना है। बिहार सरकार द्वारा नये सिविल एन्क्लेव के लिए 54 एकड़ और रनवे के विस्तार (CAT-1) के लिए 24 एकड़ भूमि के भू-अर्जन की कार्रवाई पूर्ण कर ली गई है।

7/\नये टर्मिनल भवन का निर्माण बेसमेंट सहित कुल 51,800 वर्गमीटर क्षेत्र में प्रस्तावित है, जो व्यस्ततम समय के दौरान 3000 यात्रियों और प्रति वर्ष 30 लाख यात्रियों की सेवा करने के लिए सुसज्जित होगा। इसके अतिरिक्त, नये टर्मिनल भवन के विस्‍तार के लिए मल्टी लेवल कार पार्किंग, सर्विस ब्लॉक आदि जैसे सहायक भवनों के निर्माण की भी योजना है।

यहां यात्रियों के लिए 40 चेक-इन काउंटर, 14 सेल्फ-चेक-इन कियोस्क, 12 ऑटोमेटिक ट्रे-रिट्रीवल प्रणाली/ 30 डोर फ्रेम्ड मेटल डिटेक्टर मशीन, पांच एयरोब्रिज, आगमन हॉल में चार कन्वेयर बेल्ट जैसी सुविधाओं की योजना है। पहले चरण में कोड-सी प्रकार के सात विमानों की पार्किंग के लिए एक एप्रन का भी प्रस्ताव किया गया है।

सिविल एन्क्लेव के नए टर्मिनल भवन की प्रस्तावित ऊंचाई सदियों पुरानी मिथिला कला सुसज्जित और 19वीं सदी के भव्‍य दरभंगा किले से प्रेरित होगी। स्थानीय कारीगरों द्वारा निर्मित कलाकृतियाँ और मूर्तियाँ यहां प्रतीक्षा क्षेत्रों के परिदृश्य क्षेत्रों में लगाई जाएंगी। आंतरिक सज्जा में प्राकृतिक और मिट्टी के रंगों का उपयोग किया जाएगा।

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