First Vande Bharat Sleeper Train: ट्रेन है या प्लेन, पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन देखकर आप कह उठेंगे वाह जी वाह! लग्जरियस होटल की फैसिलिटी भी फेल..
First Vande Bharat Sleeper Train: वंदे भारत स्लीपर ट्रेन भारतीय रेलवे के लिए एक नई शुरुआत है। यह ट्रेन न केवल यात्रियों को आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा प्रदान करेगी बल्कि देश के रेलवे नेटवर्क को भी आधुनिक बनाएगी।
First Vande Bharat Sleeper Train: भारतीय रेलवे ने वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के साथ देश में रेल यात्रा के मानक को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। लंबी और मध्यम दूरी की यात्राओं के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई ये ट्रेनें, आधुनिक सुविधाओं और अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं।
10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें निर्माणाधीन
जानकारी अनुसार फिलहाल 10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का निर्माण किया जा रहा है और पहला प्रोटोटाइप पहले ही तैयार हो चुका है। जल्द ही यह ट्रेन ट्रायल रन के लिए पटरियों पर दौड़ेगी। यह भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसके अलावा 200 वंदे भारत स्लीपर रेक टेक्नोलॉजी पार्टनर्स को बनाने की योजना है, ताकि आने वाले समय में इन ट्रेनों का संचालन बड़े पैमाने पर हो सके।
वंदे भारत स्लीपर की खासियतें
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की कई खासियत है जो इसे अधिक रोचक बना रही है। इस ट्रेन में आपको प्लेन जैसी सुविधाएं दी जाएगी। इस ट्रेन की सुविधाओं के आगे लग्जरियस होटल की फैसिलिटी भी फेल हो जाएगी। वहीं ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में 823 यात्री सफर कर सकते हैं इसमें एक फर्स्ट एसी, 4 सेकेंड एसी और 11 थर्ड एसी कोच हैं।
ट्रेन की विशेषता
तेज गति- यह ट्रेन 160 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकती है, जिससे यात्रा का समय काफी कम हो जाता है। ट्रेन में अग्निशामक यंत्र और हर बेड के पास इमरजेंसी स्टॉप बटन है।
आरामदायक यात्रा- बेहतर कुशनिंग वाले स्लीपर बेड, आसान सीढ़ियां और हवाई जहाज जैसी सुविधाएं यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करती हैं।
आधुनिक सुविधाएं- बायो-वैक्यूम टॉयलेट, टच-फ्री फिटिंग्स, शावर क्यूबिकल, ऑटोमैटिक दरवाजे, जीपीएस आधारित डिस्प्ले और चार्जिंग सॉकेट्स जैसी सुविधाएं इस ट्रेन को और आकर्षक बनाती हैं। आसान शब्दों में कहे तो ट्रेन में टच करते ही दरवाजा खुलेगा तो टायलेट में आपको कोई बटन दबाए बिना पानी मिलेगा। एक डिब्बे से दूसरे में जाने के लिए ऑटोमैटिक डोर साथ ही हर डिब्बे में एक इमरजेंसी टॉक बैक यूनिट भी है।
ट्रेन में कर सकेंगे रीडिंग
यही नहीं हर डिब्बे में सीसीटीवी कैमरे एक चार्जिंग केबल और हर बेड के पास एक छोटी सी लाइट होगी जिससे आप आराम से रीडिंग कर पाएंगे। सुरक्षा 'कवच' प्रणाली विस्फोट-रोधी बैटरी और 3 घंटे का आपातकालीन बैकअप यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
मध्य प्रदेश में ट्रायल रन
इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) से पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को हाल ही में ट्रायल रन के लिए रवाना किया गया है। यह ट्रायल रन मध्य प्रदेश के खजुराहो में होगा और रेलवे डिजाइन और मानक संगठन (RDSO) के निरीक्षण में किया जाएगा। इस ट्रायल का उद्देश्य ट्रेन की स्थिरता, कंपन और गतिशील प्रदर्शन का आकलन करना है।