Bihar Police: पुलिस की डिजिटल पाठशाला, ई-साक्ष्य" पर विशेष प्रशिक्षण, कानून-व्यवस्था होगी और मज़बूत

पुलिस अधिकारियों के लिए एक विशेष डिजिटल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। पुलिस अधिकारियों को आधुनिक तकनीक के ज़रिए अपराध और कानून व्यवस्था से निपटने के नए तरीक़े सिखाए गए।

पुलिस की डिजिटल पाठशाला- फोटो : reporter

Katihar: जिले में पुलिस अधिकारियों के लिए एक विशेष डिजिटल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण विकास भवन सभागार में हुआ, जहां पुलिस अधिकारियों को आधुनिक तकनीक के ज़रिए अपराध और कानून व्यवस्था से निपटने के नए तरीक़े सिखाए गए।

इस प्रशिक्षण का मुख्य विषय था "ई-साक्ष्य" (E-Evidence)। अधिकारियों को बताया गया कि आने वाले समय में अपराधियों की गतिविधियां अधिकतर डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर दर्ज होंगी — चाहे वह सोशल मीडिया चैट हो, कॉल डिटेल्स, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन, ई-मेल्स या फिर सीसीटीवी फुटेज। ऐसे में "ई-साक्ष्य" को सही ढंग से सुरक्षित करना, जांच में इस्तेमाल करना और अदालत में मज़बूती से पेश करना बेहद ज़रूरी है।

इस अवसर पर केस के इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर्स (I.O) को विशेष प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षकों ने विस्तार से समझाया कि डिजिटल साक्ष्य जुटाते समय किन तकनीकी बिंदुओं और कानूनी प्रक्रिया का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही उदाहरणों के माध्यम से बताया गया कि किस तरह डिजिटल साक्ष्य किसी केस की दिशा ही बदल सकते हैं।

प्रशिक्षण देने वाले विशेषज्ञ ने कहा कि पूरे बिहार में कटिहार पुलिस डिजिटल अपडेट में सबसे आगे है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि कटिहार पुलिस लगातार डिजिटल रूप से सक्षम होने की दिशा में काम कर रही है और जल्द ही यह राज्य की सबसे तकनीकी रूप से सशक्त पुलिस यूनिट में शुमार होगी।

विकास भवन के सभागार में आयोजित इस विशेष डिजिटल पाठशाला में जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर जांच अधिकारियों तक ने सक्रिय भागीदारी निभाई। सभी ने माना कि डिजिटल अपडेट के बिना आज अपराध की गुत्थियों को सुलझाना लगभग असंभव है।

रिपोर्ट- श्याम कुमार सिंह