Madhepura Crime: मधेपुरा पुलिस के गिरफ्त में आया JDU नेता अशोक यादव का हत्यारा! मोस्ट वांटेड क्रिमिनल के लिस्ट में शामिल, जानें कौन है वो खूंखार
Madhepura Crime: बिहार के मधेपुरा में जदयू नेता अशोक यादव की हत्या समेत दर्जनों मामलों के आरोपी कुख्यात अपराधी रामकुमार पासवान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
Madhepura Crime: बिहार के मधेपुरा जिले के गम्हरिया थाना क्षेत्र में जदयू प्रखंड अध्यक्ष अशोक यादव की हत्या में शामिल और दर्जनों हत्या, लूट व आर्म्स एक्ट के मामलों का वांछित अपराधी रामकुमार पासवान को आखिरकार पुलिस ने रविवार रात गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी एएसपी प्रवेंद्र भारती के नेतृत्व में हुई।यह गिरफ्तारी सिर्फ एक आपराधिक मामले की नहीं, बल्कि एक लंबे समय से क्षेत्र में आतंक मचाने वाले अपराधी के नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में एक अहम कदम है।
अशोक यादव हत्याकांड: राजनीति में अपराध की घुसपैठ
11 अगस्त 2020, शाम 7 बजे। जदयू नेता अशोक यादव अपने घर के समीप टहल रहे थे। तभी कुख्यात अपराधी रामकुमार पासवान और उसके साथी हिटलर यादव ने उन पर गोलियां बरसा दीं, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।इस हत्या से न सिर्फ जदयू संगठन, बल्कि पूरे मधेपुरा जिले में हलचल मच गई थी। मामला राजनीतिक रूप से संवेदनशील था और पुलिस पर लगातार दबाव था कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।हालांकि, हिटलर यादव ने बाद के दिनों में गैंग पर वर्चस्व बना लिया और रामकुमार से प्रतिद्वंद्विता शुरू हो गई।
गम्हरिया थाना कांड संख्या 219/24 के फरार प्राथमिकी अभियुक्त राम कुमार पासवान पिता महिंद्र पासवान शकीन जोगबनी थाना गम्हरिया जिला मधेपुरा को गिरफ्तार किया गया है। अग्रिम करवाई की जा रही है !@bihar_police pic.twitter.com/JAGMVgPxXK
— Madhepura Police (@MadhepuraPolice) May 25, 2025
गैंगवार का खौफ: हिटलर यादव की भी हत्या
18 दिसंबर 2024 को, गुटबाजी की आग और गहरी हो गई जब रामकुमार पासवान ने अपने ही पूर्व साथी हिटलर यादव को मुरलीगंज थाना क्षेत्र में बुलाकर उसकी हत्या कर दी। यह घटना क्षेत्र में गैंगवार की चरम स्थिति को दर्शाती है, जहां एक समय के साथी एक-दूसरे के खून के प्यासे बन गए।इसके बाद से रामकुमार लगातार फरार था। एसटीएफ ने दो बार दबिश दी थी, लेकिन वह हर बार भाग निकलता रहा।
रंगदारी, शराब माफिया और लूट: बिहार में खुलेआम आतंक
फरारी के दौरान रामकुमार पासवान ने अपना नेटवर्क और भी गहरा कर लिया। वह शराब माफियाओं से वसूली करता था, और रंगदारी नहीं मिलने पर शराब लदे वाहन लूट लेता था।उसके खिलाफ गम्हरिया, सिंहेश्वर, मुरलीगंज के साथ-साथ सहरसा जिले के सोनवर्षाराज थाना क्षेत्र में भी एक दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं।