पत्नी की हत्या के आरोप में जेल में बंद था पति, वो निकली ज़िंदा प्रेमी संग दिल्ली से गिरफ्तार
विवाह में धोखाधड़ी और झूठे इल्जाम का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है.पति पर पत्नी की हत्या का आरोप लगा. इसके चलते वो 4 महीनों से जेल में बंद था. मगर हैरानी की बात तो ये थी कि पत्नी असल में जिंदा थी. प्रेमी संग लिव-इन-रिलेशनशिप में रह रही थी
बिहार के मोतिहारी में विवाह में धोखाधड़ी और झूठे इल्जाम का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। मोतिहारी के अरेराज थाना क्षेत्र के निवासी रंजीत कुमार को अपनी पत्नी गुंजा देवी की कथित हत्या के आरोप में पिछले चार महीनों से जेल में बंद रहना पड़ा था। यह मामला तब शुरू हुआ जब 03 जुलाई 2025 को गुंजा देवी पति से झगड़ा करने के बाद आधी रात को घर से गायब हो गई थीं, जिसकी गुमशुदगी की शिकायत रंजीत ने दर्ज कराई थी। हालांकि, कहानी में ट्विस्ट तब आया जब गुंजा के पिता ने रंजीत पर हत्या और शव को ठिकाने लगाने का गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस में आवेदन दे दिया।
आत्मसमर्पण और फिर सर्विलांस से खुलासा
गुंजा के पिता के आरोप के बाद पुलिस ने रंजीत की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी। पुलिस के डर से, रंजीत ने घटना के एक सप्ताह के भीतर ही न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया और तब से वह जेल में बंद था। यह जानते हुए कि रंजीत निर्दोष हो सकता है, उसके परिवार ने पुलिस का सहयोग किया। आधुनिक सर्विलांस तकनीक का उपयोग करते हुए, पुलिस ने आखिरकार गुंजा देवी को खोज निकाला। वह दिल्ली में अपने गांव के ही एक लड़के के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में आराम से रह रही थी। पुलिस ने सोमवार को गुंजा और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।
अब न्यायालय में दर्ज होगा बयान
इस पूरे घटनाक्रम ने रंजीत कुमार के जीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया, जिसने चार महीने तक उस अपराध की सज़ा काटी जो उसने किया ही नहीं था। पुलिस अब गुंजा देवी और उसके प्रेमी को दिल्ली से वापस बिहार ला रही है। अरेराज थानाध्यक्ष ने स्पष्ट किया है कि गुंजा के बिहार पहुंचने पर उसका बयान न्यायालय में दर्ज कराया जाएगा, जिससे इस पूरे मामले की सच्चाई और भी स्पष्ट हो सकेगी। अब देखना यह है कि पति को फंसाने और धोखेबाजी के इस गंभीर मामले में आगे न्यायिक कार्रवाई क्या मोड़ लेती है।