Munger News: मुंगेर में 5 मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़! 3 हजार के हिसाब से 20 पिस्टल बनाने का मिला था ठेका, पुलिस को लगी भनक मार दिया छापा

बिहार के मुंगेर जिले में पुलिस ने गंगा पार मखना अगरसिया बहियार में अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। तीन हथियार कारीगर गिरफ्तार, 20 पिस्टल बनाने का सौदा था। जानिए पूरी कार्रवाई और बरामदगी का विवरण।

 Munger  illegal mini gun factories
Munger illegal mini gun factories- फोटो : social media

Bihar Munger illegal mini gun factory: बिहार के मुंगेर जिले में एक बार फिर अवैध हथियार निर्माण के नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद की अगुवाई में गंगा पार मखना अगरसिया बहियार में छिपी मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया। यह कार्रवाई एसडीपीओ सदर अभिषेक रंजन और थानाध्यक्ष विपिन कुमार सिंह के नेतृत्व में की गई, जिसमें मौके से तीन हथियार कारीगर गिरफ्तार किए गए और भारी मात्रा में हथियार निर्माण सामग्री बरामद की गई।

कैसे हुआ खुलासा?

सूचना मिली थी कि गंगा पार झाड़ियों के बीच एक अवैध गन फैक्ट्री चलाई जा रही है। जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो वहां बड़ी संख्या में हथियार बनाने की मशीनें, अर्धनिर्मित पिस्टल, और हथियार के पुर्जे बरामद हुए। साथ ही मौके पर मौजूद तीन कारीगरों को भी गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार कारीगरों में शामिल हैं:

मो. नौसाद उर्फ भोकचू

मो. शमशाद

मो. शजमूल उर्फ छोटू

तीनों मिर्जापुर बरदह गांव के निवासी हैं।

क्या-क्या बरामद हुआ?

पुलिस ने मौके पर से निम्नलिखित सामग्री बरामद की:

5 बेस मशीन

2 हैंड ड्रिल मशीन

7 अर्धनिर्मित पिस्टल

2 निर्मित व 14 अर्धनिर्मित मैगजीन

5 पिस्टल स्लाइडर

हथियार बनाने के उपकरण

इस पूरी कार्रवाई के बाद तीनों कारीगरों को मुफस्सिल थाना में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

20 पिस्टल का ऑर्डर, प्रति पिस्टल ₹3000 में सौदा

पूछताछ के दौरान गिरफ्तार कारीगरों ने पुलिस को बताया कि उन्हें एक स्थानीय ठेकेदार द्वारा 20 पिस्टल बनाने का ठेका दिया गया था। प्रति पिस्टल के लिए ₹3000 की राशि तय की गई थी। उस ठेकेदार ने न केवल उन्हें कच्चा माल और मशीनें उपलब्ध कराईं, बल्कि खाना तक देने की जिम्मेदारी भी ली थी ताकि हथियारों की सप्लाई समय पर पूरी की जा सके।उन्होंने बताया कि उनकी टीम में लगभग छह हथियार कारीगर मिलकर यह काम कर रही थी। ऑर्डर के अनुसार सात पिस्टल लगभग तैयार हो चुकी थीं, जब पुलिस ने अचानक छापा मार दिया।

ठेकेदार और अन्य कारीगर फरार

छापेमारी के वक्त मौके पर ठेकेदार भी मौजूद था, लेकिन घास के जंगलों का सहारा लेकर वह और तीन अन्य कारीगर फरार हो गए। गिरफ्तार कारीगरों ने पुलिस को ठेकेदार और अन्य फरार कारीगरों के नाम व पते बताए हैं। सभी मिर्जापुर बरदह के रहने वाले हैं और इनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। एसपी सैयद इमरान मसूद ने कहा कि मुंगेर में अवैध हथियार निर्माण लंबे समय से एक चुनौती रहा है, लेकिन अब हम इसके जड़ तक पहुंचने में सफल हो रहे हैं। यह कार्रवाई उसी दिशा में एक बड़ा कदम है।

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