Munger News: बिहार के मुंगेर में दिखा इंसानियत को शर्मसार करने वाली तस्वीर! महिला ने ऑटो में दिया बच्चे को जन्म

Munger News:मुंगेर में बाढ़ के बीच जाफरनगर पंचायत की अनीता देवी ने ऑटो में बच्ची को जन्म दिया। अस्पताल ने भर्ती करने से इंकार कर दिया, जिससे परिवार को राहत शिविर लौटना पड़ा।

ऑटो में बच्चे को जन्म- फोटो : social media

Munger News: मुंगेर ज़िले में बाढ़ और लगातार बारिश ने हालात बेहद खराब कर दिए हैं। सदर प्रखंड के जाफरनगर पंचायत समेत कई इलाकों में पानी भर गया है। सैकड़ों लोग अपना घर छोड़कर जिला मुख्यालय के सुरक्षित स्थानों और राहत शिविरों में शरण लेने को मजबूर हैं।ऐसे ही विस्थापित परिवारों में से एक है—दिलीप सिंह, उनकी पत्नी अनीता देवी और उनके छोटे-छोटे बच्चे—जो पिछले एक सप्ताह से के.सी. सुरेंद्र बाबू पार्क के पास पॉलीथिन शीट के नीचे रह रहे हैं।

बारिश और आंधी के बीच ऑटो में प्रसव

बुधवार को अचानक अनीता देवी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। बारिश और आंधी के बीच परिवार ने मुश्किल से एक ऑटो की व्यवस्था की और अस्पताल की ओर रवाना हुए, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही, रास्ते में ऑटो में बैठी-बैठी अनीता देवी ने बच्ची को जन्म दे दिया। परिजन तुरंत प्रसव केंद्र पहुंचे, जहां नर्स ने बच्चे की नाभि काटी और कुछ दवाइयां दीं, लेकिन अस्पताल ने मां और नवजात को भर्ती करने से मना कर दिया।

अस्पताल की लापरवाही और सरकारी योजनाओं से वंचित

परिवार का आरोप है कि नर्स ने नवजात का नाम रजिस्टर में दर्ज करने से भी इनकार कर दिया। इसका मतलब यह है कि उन्हें सरकार की ओर से मिलने वाली प्रसूता और नवजात संबंधित योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा।मजबूरन परिवार को मां और बच्ची को वापस बाढ़ राहत शिविर लाना पड़ा। बच्ची का नाम ‘गंगा’ रखा गया है, जो इस बाढ़ आपदा की याद दिलाता रहेगा।

बाढ़ में प्रसूताओं के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं

परिजनों का कहना है कि बाढ़ जैसी गंभीर आपदा में गर्भवती और प्रसूता महिलाओं के लिए कोई विशेष इंतज़ाम नहीं किए गए हैं। सरकारी राहत शिविरों में चिकित्सा सुविधाओं का अभाव है, जिससे गंभीर परिस्थितियों में भी महिलाएं और नवजात जीवन जोखिम में डाल रहे हैं।यह घटना न केवल स्वास्थ्य तंत्र की लापरवाही उजागर करती है, बल्कि आपदा प्रबंधन व्यवस्था की कमियों को भी सामने लाती है।