Bihar News: थानेदार, दारोगा और मुंशी पर हत्या का मुकदमा दर्ज, हाजत में शिवम की मौत के बाद उसकी मां ने दिया था आवेदन

Bihar News: मुजफ्फरपुर में हाजत में बंदी की मौत मामला में थानेदार, दारोगा और मुंश पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। मृतक के माँ के आवेदन पर प्रभारी थानेदार ने बड़ी कार्रवाई की है।

Kanti police station lockup
Kanti police station lockup- फोटो : social media

Bihar News:  मुजफ्फरपुर के कांटी थाना में हाजत में बंदी की मौत मामले में थानेदार दारोगा और मुंशी पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ है। चंद्रभान कलवारी निवासी शिवम की मौत के बाद उसकी माँ  रिंकू देवी ने थाने में आवेदन दिया था। जिसके बाद कार्रवाई की गई है। शिवम की मौत मामले में थानेदार सुधाकर पांडेय, दारोगा एसके सिंह और थाने के प्राइवेट मुंशी रघु पासवान के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की जांच थाना के प्रभारी थानेदार पुरुषोत्तम यादव करेंगे। एफआईआर में भारतीय न्याय संहिता के तहत हत्या की धारा 103(1) व 3(5) लगाई गई है।

हाजत का वीडियो हो रहा वायरल

दरअसल, वारदात की रात कांटी थाने के हाजत का गोपनीय फुटेज भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि News4Nation वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। वीडियो में दिख रहा है कि शिवम रात के करीब 3.34 बजे रोशनदान की ओर चढ़ने के लिए हाजत में बने यूरिनल की दीवार पर चढ़ता है। ऊपर हाथ बढ़ाकर वह रोशनदान की ओर चला जाता है। कुछ सेकंड के बाद फिर से शिवम का पांव नीचे लटकता है। फुटेज में लग रहा है कि उसका पांव थरथरा रहा है और कुछ देर के बाद शांत हो जाता है। इसके बाद सुबह तक दीवार के सहारे शिवम का पांव लटका रहता है। सीसीटीवी का फोकस आधी दीवार तक है। इसमें रोशनदान नहीं दिखता है। इसलिए यह पता नहीं चल पाता है कि शिवम फंदा कैसे लगाया और कैसे उससे लटका।

दारोगा सहित तीन पर मुकदमा दर्ज

वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट और हाजत के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले में जांच की जाएगी। बीते 6 फरवरी को रिंकू देवी ने एफआईआर के लिए कांटी थाने में आवेदन सौंपा था। तीन दिनों तक थाने में आवेदन रखने के बाद एफआईआर दर्ज की गई है। परिजन लगातार थाने पर एफआईआर की प्रति लेने के लिए दौड़भाग कर रहे थे। परिजन हत्या की एफआईआर दर्ज नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दे रहे थे। वरीय अधिकारियों से निर्देश के बाद प्रभारी थानेदार पुरुषोत्तम यादव ने एफआईआर दर्ज कर ली है।

तीन पदाधिकारी हो चुके हैं निलंबित

बंदी की हाजत में मौत में एसएसपी ने प्रथम दृष्टया थानेदार सुधाकर पांडेय, ओडी अफसर तनुजा कुमारी और रात्रि प्रहरी की लापरवाही मानते हुए तीनों को निलंबित करने की घोषणा की थी। हालांकि, रिंकू देवी द्वारा दर्ज कराए गए केस में ओडी अधिकारी तनुजा कुमारी को आरोपित नहीं बनाया गया है। बंदी की मौत के बाद थाने पर जमकर बवाल हुआ था, उस समय तक थानेदार मौजूद थे। जब परिजन थानेदार की गिरफ्तारी की मांग करने लगे तो वह थाने से गायब हो गए थे।

एफआईआर में लगाए गए गंभीर आरोप

शिवम की मां रिंकू देवी ने एफआईआर में कहा है कि तीन फरवरी की रात करीब साढ़े दस बजे कांटी थानेदार और उनके साथ आए पुलिस पदाधिकारी व जवान जबरन उसके पुत्र शिवम को घर से उठाकर ले गए। अगले दिन चार फरवरी को वह थाना पर पहुंची तो शिवम हाजत में बैठा हुआ था। उसके नजदीक गए तो उसने बताया कि बड़ा बाबू और अन्य पुलिस पदाधिकारी ने तीन फरवरी की रात उसको बुरी तरह बेरहमी से मारा पीटा है। इसके बाद रिंकू देवी थानेदार से मिलने गई तो उन्होंने डांटकर भगा दिया। शिवम की मां ने आरोप लगाया है कि पांच फरवरी को कुछ अन्य लोगों को साथ में लेकर वह थानेदार से मिलने गई तो उन्होंने और दारोगा एसके सिंह ने बेइज्जत करके थाने से भगा दिया।

न्यायिक मजिस्ट्रेट करेंगे जांच

इसी दिन काफी शाम में शिवम को पुलिस कर्मी कोर्ट में पेशी की बात बताकर ले गई। फिर रात में उसको लेकर वापस भी आई। अगले दिन छह फरवरी को किसी ने सूचना दी कि शिवम की हत्या कर थाने के हाजत में फंदे से लटका दिया गया है। रिंकू देवी का आरोप है कि उसे पूरा विश्वास है कि थानेदार, दारोगा एसके सिंह और प्राइवेट मुंशी रघु पासवान ने ही शिवम की हत्या की है। बता दें कि हाजत में मौत की न्यायिक मजिस्ट्रेट मंजूर आलम जांच करेंगे।

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