BIHAR SCHOOL NEWS - मध्याह्न भोजन खाकर बच्चे स्कूल छोड़कर भागे, खाली क्लास देख ACS सिद्धार्थ हैरान, लगा दी एचएम की क्लास

BIHAR SCHOOL NEWS - स्कूलों में बच्चों को मिलनेवाले मिड डे मिल की सच्चाई ACS सिद्धार्थ ने खुद अपनी आंखों से देखी, जब निरीक्षण के दौरान एक स्कूल से सारे बच्चे खाने के बाद चले गए। इस दौरान पूरी स्थिति को देखकर हैरान थे।

 BIHAR SCHOOL NEWS - मध्याह्न भोजन खाकर बच्चे स्कूल छोड़कर भागे, खाली क्लास देख ACS सिद्धार्थ हैरान, लगा दी एचएम की क्लास
ACS को स्कूल में नहीं मिले बच्चे।- फोटो : NEWS4NATION

NALANDA - मिडडे मिल का खाना खाकर बच्चे स्कूल से भाग जाते हैं। यह बात अक्सर सामने आती है। अब खुद इस सच्चाई को शिक्षा विभाग के एसीएस ने अपनी आंखों से देख लिया है। एक स्कूल के निरीक्षण के दौरान वह यह देखकर हैरान रह गए मध्याह्न भोजन के बाद बच्चे स्कूल से चले गए। इस दौरान स्कूल की हेडमास्टर लगातार अपना बचाव करते हुए यह कहते रही कि बच्चे थोड़ी देर में वापस आ जाएंगे। इस दौरान बच्चों को मिलनेवाला अंडा भी नहीं दिया गया था।

यह पूरा मामला सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से जुड़ा है। जहां राजगीर ब्लॉक के ठाकुर स्थान स्थित प्राथमिक विद्यालय में एसीएस सिद्धार्थ औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। उस समय मध्याह्न भोजन का समय था। ऐसे में सबसे पहले वह स्कूल के रसोई में पहुंचे। जहां उन्होंने महिला रसोईए से बचे हए खाने के बारे में पूछा। जिसमें बताया गया कि खाना खत्म हो गया है। 

नहीं बांटा गया था अंडा

इसी दौरान महिला रसोई से बाल्टी में भरकर उबले हुआ अंडा लेकर पहुंच गई। एसीएस सिद्धार्थ देखकर हैरान रह गए कि मध्याह्न भोजन में अंडा नहीं बांटा गया था। उन्होंने पूछा कि क्या इन्हें घर ले जाने के लिए बचा रखा है। इस दौरान सवाल के जवाब के लिए स्कूल के हेडमास्टर को खोजना शुरू कर दिया।

जब हेडमास्टर पहुंची तो उन्होंने अंडों को लेकर बताया कि खाने के बाद बच्चे घर भाग जाते हैं। इसलिए बाद में बच्चों को अंडा बांटा जाता है। 

स्कूलों में बच्चों को खोजने लगे एसीएस

हेडमास्टर की बातों को सुन एसीएस स्कूल में बच्चों को खोजने लगे। लेकिन यह देखकर वह हैरान रह गए कि अधिकतर क्लास खाली थे। हेडमास्टर ने बताया कि 90 बच्चे हैं। लेकिन एसीएस के सामने मुश्किल से 10-12 बच्चे स्कूल में नजर आए। एसीएस इसको लेकर नाराज नजर आए।

स्कूल में कम बैंच देखकर पूछा कारण

वहीं स्कूल में बच्चों की संख्या के अनुसार कम बैंच देखकर भी उन्होंने हैरानी जताई। कई बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई कर रहे थे। उन्होंने इसका कारण पूछा तो बताया गया कि 50 बैंच डेस्क की मांग की गई थी, लेकिन सिर्फ 24 मिले थे। बाकी बाद में भेजने की बात कही थी। बाद में बच्चों के आने का इंतजार करते हुए एसीएस स्कूल से चले गए।



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