Bihar News: सीएम नीतीश ने गृह जिला को दी बड़ी सौगात, 1 जनवरी से मिलेगी ये सुविधा, जानिए क्या है पूरी खबर

Bihar News: सीएम नीतीश अपने गृह जिला की महिलाओं को 1 जनवरी से बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। जिले में 1 जनवरी से पिंक बस का परिचालन शुरु होगा। महिलाओं को इससे विशेष सुविधा मिलेगी।

गृह जिला को देंगे सौगात - फोटो : social media

Bihar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नए साल में अपने गृह जिला नालंदा को बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। यह सौगात महिलाओं के लिए है। दरअसल, नए साल के साथ बिहार के एक और जिले नालंदा को महिला स्पेशल पिंक बस सेवा की सौगात मिलने जा रही है। 1 जनवरी से नालंदा जिले में दो नई पिंक बसों का संचालन शुरू किया जाएगा। इन बसों में केवल महिला यात्री ही सफर कर सकेंगी और बसों का संचालन भी महिला ड्राइवर करेंगी।

नालंदा में 1 जनवरी से पिंक बस का संचालन 

नालंदा जिले में पिंक बस सेवा का शुभारंभ परिवहन मंत्री श्रवण कुमार करेंगे। परिवहन विभाग के अनुसार यह सेवा खासतौर पर घरेलू महिलाओं, कामकाजी महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षित एवं सुविधाजनक यात्रा को ध्यान में रखते हुए शुरू की जा रही है। इससे पहले पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, दरभंगा और पूर्णिया में पिंक बस सेवा शुरू की जा चुकी है। पहले चरण में राज्यभर में 20 से अधिक पिंक बसों का परिचालन हो रहा है, जबकि दूसरे चरण में 110 से अधिक बसों को विभिन्न जिलों में उतारने की योजना है।

चरणबद्ध तरीके से होगा परिचालन 

परिवहन विभाग ने बताया कि सभी जिलों में चरणबद्ध तरीके से पिंक बस सेवा शुरू की जाएगी। जिन जिलों में यह सेवा पहले से चल रही है। वहां डीटीओ कार्यालयों में महिला ड्राइवरों की नियुक्ति के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं। चयनित महिला ड्राइवरों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि परिचालन के दौरान किसी तरह की परेशानी न हो।

पिंक बस में महिला ड्राइवरों की तैनाती 

परिवहन मंत्री श्रवण कुमार ने हाल ही में कहा था कि मार्च 2026 तक राज्य की सभी पिंक बसों में महिला ड्राइवर और महिला कंडक्टर की तैनाती कर दी जाएगी। इसके लिए महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस योजना के तहत इच्छुक जीविका दीदियों से भी आवेदन मांगे गए हैं। गौरतलब है कि नीतीश सरकार ने इसी वर्ष बिहार में पिंक बस सेवा की शुरुआत की थी। शुरुआती दौर में महिला ड्राइवरों की कमी के कारण कुछ बसों में पुरुष ड्राइवरों की तैनाती की गई थी, जिसे अब चरणबद्ध तरीके से बदला जा रहा है।