Bihar News: नवादा में 102 एंबुलेंस सेवा ठप, तबादलों के विरोध में चालकों की हड़ताल, मरीजों की बढ़ी परेशानी
Bihar News: नवादा में 102 एंबुलेंस सेवा ठप हो गई है। चालक तबादले से नाराज हैं। चालकों का आरोप है कि जब उन्होंने तबादले का विरोध किया तो उनके साथ मारपीट भी की गई है। सेवा ठप होने से मरीजों को परेशानी हो रही है।
Bihar News: बिहार के नवादा जिले में 102 आपातकालीन एंबुलेंस सेवा शनिवार रात से पूरी तरह ठप हो गई है। सेवा से जुड़े चालकों ने तबादलों और अधिकारियों के साथ कथित मारपीट के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इसके चलते मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
एंबुलेंस सेवा ठप
चालकों का आरोप है कि जैन प्लस कंपनी के अधिकारियों, शिवेंद्र कुमार और महेंद्र कुमार ने नरहट, हिसुआ और नारदीगंज के चालकों का मनमाना तबादला कर दिया और विरोध करने पर अभद्रता व मारपीट की। विरोधस्वरूप सभी चालकों ने एंबुलेंस सेवा बंद कर दी और सभी गाड़ियां नवादा कलेक्ट्रेट परिसर में खड़ी कर दी गईं।
गरीब मरीजों पर बढ़ा आर्थिक बोझ
हड़ताल के कारण सदर अस्पताल सहित कई स्वास्थ्य केंद्रों में आपातकालीन सेवा बाधित हो गई है। मरीजों को समय पर एंबुलेंस न मिलने की वजह से उन्हें निजी एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ा। पटना जैसे शहरों तक जाने के लिए मरीजों को 3,000 से 4,000 रुपये तक चुकाने पड़े जो गरीब परिवारों के लिए बड़ा बोझ साबित हुआ। कई परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं केवल नाम की रह गई हैं।
समझौते की कोशिश विफल
प्रशासन की ओर से जिला अधिकारियों ने चालकों और जैन प्लस कंपनी के बीच बातचीत की कोशिश की, लेकिन दोनों पक्षों के बीच कोई सहमति नहीं बन सकी। एंबुलेंस यूनियन ने मारपीट करने वालों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है और चेतावनी दी है कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती और तबादला आदेश वापस नहीं लिया जाता, तब तक सेवा बहाल नहीं की जाएगी।
प्रबंधन की नाकामी उजागर
इस पूरी स्थिति ने स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों और प्रबंधन की कमियों को उजागर कर दिया है। एक ओर सरकार जनस्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर जमीनी हकीकत में मरीजों को अपनी जान जोखिम में डालकर निजी व्यवस्था पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
नवादा से अमन की रिपोर्ट