Bihar Politics: बलात्कार दोष से मुक्त हुए राजबल्लभ यादव ने नवादा में परिवार के साथ मनाई जन्माष्टमी, माथे पर बांधी पगड़ी, 10 दिन बाद होगा बड़ा ऐलान

Bihar Politics: बलात्कार दोष से मुक्त हुए राजबल्लभ यादव नवादा पहुंचे। रिहाई के बाद वो पहली बार सार्वजनिक मंच पर सामने आए और 10 दिनों के बाद बड़ा ऐलान करने का दावा किया है।

राज्बल्लभ यादव - फोटो : social media

Bihar Politics: बिहार के नवादा जिले के प्रसिद्ध गोवर्धन मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व इस बार भक्ति और सियासत दोनों की चर्चा के बीच मनाया गया। दरअसल, नवादा जिले के प्रसिद्ध गोवर्धन मंदिर में 16 अगस्त 2025 को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भव्यता और भक्ति के साथ मनाया गया। वृंदावन और मथुरा से आए कलाकारों ने भजनों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से माहौल को भक्तिमय बना दिया। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच मंदिर समिति के अध्यक्ष और पूर्व श्रम राज्य मंत्री राजबल्लभ यादव की मौजूदगी रही। जेल से रिहा हुए राज्बल्लभ यादव ने अपनी पत्नी और RJD विधायक विभा देवी, भतीजे और MLC अशोक यादव, और परिवार के साथ मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया।

गोवर्धन मंदिर की विशेषता 

गोवर्धन मंदिर, जिसे दक्षिण भारतीय स्थापत्य शैली में बनाया गया है। नवादा जिले का सबसे बड़ा और आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण स्थल है। जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया था और वृंदावन-मथुरा के ब्राह्मणों ने वैदिक रीति से विशेष पूजा-अर्चना करवाई। भगवान राधा-कृष्ण और शिव-पार्वती की पूजा के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और मंदिर परिसर भक्ति भजनों से गूंज उठा। मंदिर समिति के सदस्य महेंद्र यादव ने बताया कि पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। जिससे सभी श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के दर्शन और पूजा कर सके। 

जेल से रिहाई के बाद पहली बार सार्वजनिक कार्यक्रम में उपस्थिति

वही रिहाई के बाद राजबल्लभ गोवर्धन मंदिर में आगमन, परिवार और समर्थकों के साथ, न केवल भक्ति का प्रतीक था, बल्कि एक बड़े सियासी संदेश के रूप में भी देखा जा रहा है। मंदिर में उनके साथ RJD के गोविंदपुर विधायक मोहम्मद कामरान और MLC अशोक यादव की मौजूदगी ने इस अवसर को और चर्चा में ला दिया। राजबल्लभ यादव जो कभी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी सहयोगी रहे। 

10 दिन बाद होगा बड़ा ऐलान

राजबल्लव यादव ने अपने पूरे परिवार के साथ नवादा की गोवर्धन मंदिर पहुंचकर जन्माष्टमी के दिन पूजा अर्चना की। फिर से पुरानी अंदाज में जहां नवादा में राजवल्लभ यादव ने साफ तौर पर संदेश दिया है कि 10 दिन के बाद एक बड़ा ऐलान होगा। 10 दिन तक वह पूजा पाठ में शिरकत करेंगे भगवान की दर्शन करेंगे। उसके बाद ही वह राजनीतिक पत्ता खोलेंगे। इसे उनकी राजनीतिक वापसी का ऐलान माना जा रहा है।

पगड़ी बांधते दिखे राज्बल्लभ 

जन्माष्टमी के मौके पर उनका अंदाज भी चर्चा का विषय बना। राजबल्लभ यादव पगड़ी में नजर आए एक ऐसा प्रतीक, जिसे उन्होंने सिर्फ पारंपरिक शृंगार नहीं बल्कि गौरव और लड़ने के जज़्बे का संदेश बताया। मंदिर परिसर में समर्थकों के बीच उनका यह रूप मानो कह रहा था कि, मैं फिर से हूं, पहले से ज्यादा मजबूत, पहले से ज्यादा तैयार। जेल की दीवारों ने मेरी आवाज को दबाया नहीं, बल्कि और बुलंद किया है। नवादा की सियासत में मेरी वापसी अब सिर उठाकर होगी।

सियासी हलचल

भक्तिमय माहौल के बीच राजबल्लभ यादव की मौजूदगी को सियासी संकेत के रूप में देखा जा रहा है। लालू प्रसाद यादव के करीबी सहयोगी रहे राजबल्लभ अब अपनी “पुरानी चमक” के साथ मंच पर लौटते दिखाई दे रहे हैं। उनकी पगड़ी और बयान दोनों ही नवादा की सियासत में हलचल बढ़ा रहे हैं। माना जा रहा है कि राज्बल्लभ की जदयू में वापसी हो सकती है। 

नवादा से अमन की रिपोर्ट