पोस्टर की राजनीति से बवाल, भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने, राहुल की यात्रा से पहले तनाव चरम पर
Bihar News: बिहार में चुनावी सरगर्मी जैसे-जैसे बढ़ रही है, वैसे-वैसे सियासी तकरार भी नए-नए रूप ले रही है।...
Bihar News: बिहार में चुनावी सरगर्मी जैसे-जैसे बढ़ रही है, वैसे-वैसे सियासी तकरार भी नए-नए रूप ले रही है। ताज़ा मामला नवादा जिले के हिसुआ स्थित विश्व शांति चौक का है, जहां सोमवार को पोस्टर लगाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए।
यह विवाद सीधे-सीधे दो नेताओं से जुड़ गया—भाजपा के पूर्व विधायक अनिल सिंह और कांग्रेस की वर्तमान विधायक नीतू कुमारी। दोनों पक्ष चौक पर पहुंचे और देखते ही देखते पोस्टर हटाने-लगाने की खींचतान सड़कों पर हंगामे में बदल गई।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ नवादा ज़िले से गुजरने वाली है। यात्रा से पहले चौक-चौराहों पर कांग्रेस की ओर से पोस्टर लगाए जा रहे थे। इसी बीच भाजपा कार्यकर्ताओं ने आपत्ति जताई और पोस्टर हटाने की कोशिश की। दोनों दलों के समर्थकों के बीच कहासुनी शुरू हुई, जो कुछ ही देर में धक्का-मुक्की और नारेबाज़ी तक पहुंच गई।
तनाव की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने तैनाती बढ़ा दी। भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर बुलाया गया और दोनों पक्षों को समझाकर अलग किया गया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन माहौल अब भी तनावपूर्ण बना हुआ है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हिसुआ का विश्व शांति चौक नाम के अनुरूप शांति का प्रतीक होना चाहिए था, लेकिन राजनीतिक दलों की होड़ ने इसे “सियासी अखाड़ा” बना दिया है। लोग तंज कस रहे हैं कि नेताओं की राजनीति में चौक का नाम बदलकर “विवाद चौक” रखा जाना चाहिए।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि राहुल गांधी की यात्रा से पहले इस तरह की झड़पें साफ़ संकेत हैं कि बिहार का सियासी तापमान और ऊपर चढ़ने वाला है। पोस्टरों की जंग से शुरू हुआ विवाद आने वाले दिनों में चुनावी समर की झलक दिखा रहा है।
रिपोर्ट- अमन कुमार