Bihar Vidhansabha Session : 18वीं बिहार विधानसभा का दूसरा दिन आज, 9 बार के विधायक प्रेम कुमार बनेंगे स्पीकर, 235 विधायकों ने लिया शपथ

Bihar Vidhansabha Session : 18वीं बिहार विधानसभा का आज दूसरा दिन है। 9 बार के विधायक प्रेम कुमार को स्पीकर बनाया जाएगा। पहले दिन 235 विधायकों ने शपथ लिया। 7 विधायकों का शपथ अभी बाकी है।

प्रेम कुमार बनेंगे स्पीकर - फोटो : News4nation

Bihar Vidhansabha Session : बिहार विधानमंडल का सत्र सोमवार से शुरू हो गया है जो पांच दिनों तक चलेगा। पहले दिन 235 नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ ग्रहण किया। शपथ लेने वालों में सबसे पहले उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का नाम आया। जिसके बाद विजय कुमार सिन्हा ने शपथ ली। इसके बाद वरीयता क्रम के तहत मंत्रियों और अन्य विधायकों को शपथ दिलाई गई। विधानसभा सचिव ने क्रमवार विधायकों को आमंत्रित किया, वहीं शपथ ग्रहण से पहले प्रोटेम स्पीकर ने सदन को संबोधित भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सदन में मौजूद रहे।

सदन का दूसरा दिन आज 

आज सदन का दूसरा दिन है। दूसरे दिन स्पीकर का चुनाव होना है। पहले दिन शपथ ग्रहण समारोह खत्म होने के बाद एनडीए उम्मीदवार के रूप में भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए औपचारिक रूप से नामांकन दाखिल किया। नए स्पीकर का चुनाव आज यानी 2 दिसंबर को होगा। सत्र 5 दिसंबर तक चलेगा और कुल पांच बैठकें होंगी। विधानसभा चुनाव और नई सरकार के गठन के बाद 18वीं विधानसभा की यह पहली बैठक है। सत्र के दौरान विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है। जबकि सत्ता पक्ष विपक्ष को जवाब देने की रणनीति के साथ सदन में उतरेगा।

नौ बार के विधायक हैं प्रेम कुमार 

भाजपा के वरिष्ठ नेता और गया से लगातार नौ बार विधायक डॉ. प्रेम कुमार बिहार विधानसभा के 18वें अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। उन्होंने सोमवार को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया। इस पद के लिए वे अकेले ही उम्मीदवार हैं, ऐसे में उनका निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है। आधिकारिक घोषणा मंगलवार को की जाएगी। भाजपा कोटे से वे विजय कुमार सिन्हा और नंदकिशोर यादव के बाद तीसरे अध्यक्ष होंगे। इससे पूर्व जदयू के उदय नारायण चौधरी और विजय कुमार चौधरी भी इस पद पर रह चुके हैं।

1990 से लगातार जीत का सिलसिला

डॉ. प्रेम कुमार पहली बार वर्ष 1990 में विधायक बने थे और तब से अब तक हर चुनाव में जीत दर्ज करते हुए नौ बार विधानसभा पहुंचे हैं। वे 1995, 2000, 2005 (फरवरी), 2005 (अक्टूबर), 2010, 2015, 2020 और 2025 में विजयी रहे। अत्यंत पिछड़ा वर्ग से आने वाले नेताओं में वे मजबूत पहचान रखते हैं।

2015 से 2017 तक रह चुके हैं नेता प्रतिपक्ष 

मगध विश्वविद्यालय से पीएचडी करने वाले डॉ. कुमार 2015 से 2017 तक नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं। जेपी आंदोलन से राजनीति की शुरुआत करने वाले नेता डॉ. कुमार अब तक दस से अधिक विभागों के मंत्री रह चुके हैं। 2005 में पहली बार नीतीश सरकार में मंत्री बने और 2010, 2017–2020 तथा 2020–2024 तक कैबिनेट मंत्री के रूप में पथ निर्माण, नगर विकास सहित कई महत्वपूर्ण विभाग संभाले।