Bihar Election Results 2025 : एसएसपी से इस्तीफा देकर ‘माननीय’ बन गए आनंद मिश्रा, डीआईजी का पद ठुकराकर पीछे रह गए शिवदीप लांडे

Bihar Election Results 2025 : दो आईपीएस इस्तीफा देकर बिहार चुनाव में किस्मत आजमा रहे थे. जिनमें एक ने सफलता हासिल की है. जबकि दुसरे की करारी हार हुई है....पढ़िए आगे

चुनाव में पूर्व आईपीएस - फोटो : SOCIAL MEDIA

PATNA : बक्सर विधानसभा में NDA के उम्मीदवार आनंद मिश्रा (भाजपा) ने जीत हासिल कर लिया है। महागठबंधन के संजय तिवारी (कांग्रेस) से उनका कड़ा मुकाबला था। 26 राउंड की गिनती के बाद उन्होंने कांग्रेस के संजय तिवारी को शिकस्त दी है।  बता दें की आनंद मिश्रा, जिन्होंने पुलिस सेवा छोड़कर राजनीति में कदम रखा, अब सुर्खियों में हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में बक्सर से बीजेपी का टिकट न मिलने पर उन्होंने निर्दलीय ताल ठोकी थी, हालांकि वह जीत नहीं पाए। लेकिन अपनी मजबूत राजनीतिक पकड़ के चलते बीजेपी ने उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में बक्सर सीट से मैदान में उतारा था। 

आनंद मिश्रा का जन्म 1989 में बिहार के भोजपुर जिले के शाहपुर ब्लॉक के पड़सौरा गांव में हुआ था, जबकि उनका पैतृक गांव बक्सर का जिग्ना इटारही है। उनके पिता कोलकाता में हिंदुस्तान मोटर्स में इंजीनियर थे। कोलकाता के जेवियर्स कॉलेज से ग्रेजुएशन करने वाले आनंद ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने आठवीं कक्षा में ही आईपीएस बनकर देश की सेवा करने का मन बना लिया था। यह सपना ही उनकी करियर दिशा तय करने वाला साबित हुआ। पढ़ाई में तेज-तर्रार आनंद ने अपने जुनून को हकीकत में बदलने की शुरुआत 2005 में वेस्ट बंगाल सिविल सर्विस एग्जाम (WBCS) क्रैक करके की। 2005 से 2011 तक उन्होंने साउथ दिनाजपुर, बुर्दवान और कोलकाता जैसे जिलों में एसडीएम सहित कई प्रशासनिक भूमिकाएं संभालीं। हालांकि, आईपीएस बनने का उनका जुनून शांत नहीं हुआ। आखिरकार, 2010 में उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम पास किया, जिसमें उनकी AIR 225 थी।

इस सफलता के साथ, वह 2011 बैच के असम-मेघालय कैडर के आईपीएस अधिकारी बने और महज 22 साल की उम्र में अपना सपना पूरा किया। 2013 से 2017 तक उनकी ट्रेनिंग मेघालय में हुई। अपनी 13 साल की आईपीएस सेवा के दौरान, उन्होंने विभिन्न प्रशासनिक और पुलिसिंग भूमिकाओं में अपनी छाप छोड़ी, लेकिन उनके मन में सामाजिक सरोकार के लिए कुछ और करने की इच्छा थी। अंततः, 13 साल की नौकरी के बाद, आनंद मिश्रा ने स्वैच्छिक रिटायरमेंट (वीआरएस) लेने का फैसला किया। 29 जनवरी 2024 को उन्होंने लखीमपुर एसएसपी के पद पर रहते हुए इस्तीफा दिया, और असम सरकार से 16 जनवरी 2024 से उनके इस्तीफे को स्वीकार करने का अनुरोध किया। उन्होंने निजी जीवन में स्वतंत्रता और सामाजिक सरोकार को अपने इस बड़े फैसले की वजह बताया, जिसके बाद उन्होंने पूर्णकालिक राजनीति की दुनिया में कदम रखा। 

वहीँ भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा देकर चुनाव लड़नेवाले शिवदीप लांडे चुनाव हार गए हैं। जमालपुर विधासभा क्षेत्र से मतों की गणना में वे तीसरे स्थान पर रहे। हालाँकि खबर लिखे जाने तक वोटों की गिनती जारी थी। बता दें की बिहार कैडर के चर्चित आईपीएस अधिकारी शिवदीप वामनराव लांडे ने भारतीय पुलिस सेवा से सितंबर 2024 में इस्तीफा दिया था, जब वह पूर्णिया के आईजी (IG) के पद पर तैनात थे।

इस्तीफे के बाद उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था कि उन्होंने पिछले 18 वर्षों तक सरकारी पद पर सेवा दी और इस दौरान बिहार को खुद से और अपने परिवार से भी ऊपर माना। उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा देने की बात कही थी, लेकिन यह भी स्पष्ट किया था कि वह बिहार में ही रहेंगे और यह उनकी कर्मभूमि बनी रहेगी।उनका इस्तीफा जनवरी 2025 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा मंजूर किया गया, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने इसकी अधिसूचना जारी की। शिवदीप लांडे 2006 बैच के बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी थे, और अपनी दबंग और ईमानदार छवि के कारण उन्हें 'सिंघम', 'दबंग' और 'सुपरकॉप' जैसे नामों से जाना जाता था।