Railway News: बिहार के 702 रेलवे स्टेशनों पर अब टिकट कटाने के लिए लाइन में लगने का झंझट खत्म ! रेलवे की यात्रियों को बड़ी सौगात

Railway News: रेलवे ने यात्रियों को बड़ी सौगात देने की तैयारी की है। रेलव बिहार के 702 स्टेशन पर ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन लगाने की तैयारी शुरु कर दी है।

बिहार को रेलवे की बड़ी सौगात - फोटो : social media

Railway News:  बिहार के छोटे-बड़े 702 स्टेशनों पर  रेलवे ने ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन (ATVM) लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। यह काम मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। सभी रेल डिविजनों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इस फैसले से लोकल और जनरल टिकट लेने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि उन्हें टिकट के लिए लंबी कतार में नहीं लगना पड़ेगा।

दानापुर मंडल में लगेंगी 100 से ज्यादा मशीनें

दानापुर रेल मंडल के तहत करीब 40 स्टेशनों पर 100 से अधिक मशीनें लगाई जाएंगी। यहां हर दिन 5 लाख से अधिक यात्री सफर करते हैं। जिनके लिए यह सुविधा समय की बचत और सुविधा दोनों साबित होगी। जुलाई से मशीनें लगाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और 20 जून तक टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

पटना जंक्शन पर 15 टिकट मशीनें होंगी उपलब्ध

फिलहाल पटना जंक्शन पर 10 टिकट वेंडिंग मशीनें (5 प्लेटफॉर्म नंबर 1 की ओर और 5 करबिगहिया साइड) लगी हैं। जिनमें से एक तकनीकी खराबी के कारण बंद है। अब स्टेशन पर 5 और मशीनें लगाई जाएंगी। जिससे कुल संख्या 15 हो जाएगी। यहां हर दिन करीब 40 हजार जनरल टिकट काटे जाते हैं।

पहले फेज में ये स्टेशन होंगे शामिल

पहले चरण में दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से लेकर पटना, झाझा और जयनगर तक के सभी स्टेशनों पर मशीनें लगाई जाएंगी। यात्री अब हिंदी या अंग्रेजी भाषा में ऑप्शन चुनकर मशीन से स्वयं टिकट खरीद सकेंगे और ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा का लाभ ले सकेंगे।

बिहार में फिलहाल 70+ स्टेशनों पर मशीनें

वर्तमान में बिहार के 70 से अधिक स्टेशनों पर ATVM मशीनें लगी हुई हैं। समस्तीपुर, दरभंगा, रक्सौल, नरकटियागंज, सहरसा, बेतिया और मोतिहारी जैसे स्टेशनों पर 22 मशीनें लगाई जा चुकी हैं। कई प्रमुख स्टेशनों पर अभी भी मशीनों की संख्या कम है, जिसे चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जाएगा।

जहां मशीन नहीं, वहां शुरू की जा रही प्रक्रिया

पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ सरस्वती चंद्र ने बताया कि, "जहां अब तक मशीनें नहीं लगी हैं, वहां यात्रियों की जरूरत के अनुसार मशीनें उपलब्ध कराई जा रही हैं। इससे जनरल टिकट लेने वाले यात्रियों को बड़ी सहूलियत मिल रही है।" रेलवे की यह पहल बिहार के लाखों यात्रियों के लिए डिजिटल ट्रांजैक्शन और त्वरित सेवा की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।