Anant Singh News: 'जी चलित ही'...बाहुबली अनंत सिंह ने SSP को देखते हीं कहा..फिर क्या हुआ... जानिए गिरफ्तारी की पूरी कहानी...

Anant Singh News: बाहुबली अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने मोकामा के सियासत को और गरम कर दिया है। अनंत सिंह के घर 150 पुलिस के साथ पटना एसएसपी पहुंचे थे। आइए जानते हैं कि आधी रात को वहां क्या क्या हुआ...

'जी चलित ही' कहा और गिरफ्तार हो गए अनंत सिंह - फोटो : social media

Anant Singh News: जी चलित ही...ये कहना था जदयू प्रत्याशी और बाहुबली नेता अनंत सिंह की जब पटना एसएसपी उनके आवास पर पहुंचे। अनंत सिंह को गिरफ्तार करने के लिए देर रात पटना पुलिस बाढ़ पहुंची। खुद पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने इस पूरे कार्रवाई को की। पटना एसएसपी आधी रात को बाढ़ के बेढ़ना से अनंत सिंह को गिरफ्तार कर अपने साथ पटना लेकर आए। गिरफ्तारी से ठीक पहले अनंत सिंह पूरे दिन चुनाव प्रचार करते रहे। मोकामा में पहले चरण में 6 नवंबर को मतदान होना है। चुनाव प्रचार के लिए मात्र दो दिन का समय बचा है ऐसे में बाहुबली अनंत सिंह सुबह से चुनाव प्रचार में जुटे थे और रात में अपने समर्थकों के साथ बैठे थे तभी पुलिस पहुंची और उनको गिरफ्तार कर  ली। आइए अब जानते हैं कि आखिरी पुलिस के पहुंचने के बाद क्या क्या हुआ और कैसे जदयू प्रत्याशी मतदान से ठीक 3 दिन पहले गिरफ्तार हो गए। 

दुलारचंद मर्डर मामले में अनंत सिंह गिरफ्तार 

दरअसल, 30 अक्टूबर को अनंत सिंह के समर्थक और जनसुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के समर्थकों में चुनावी झड़प हुई। इस घटना में पीयूष प्रियदर्शी के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे दुलारचंद यादव की मौत हो गई। दुलारचंद की मौत ने सियासत गरमा दिया। दुलारचंद के पोते ने इस मामले में अनंत सिंह को नामजद आरोपी बनाया। जिसके बाद देर रात पुलिस अनंत सिंह को गिरफ्तार करने के लिए उनके आवास पर पहुंची। पुलिस ने अनंत के साथ उनके दो सेवादारों को भी गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि अनंत सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पटना एसएसपी 150 पुलिस बल के साथ बाढ़ पहुंचे थे। 

'जी चलित ही' कहा और गिरफ्तार हो गए अनंत सिंह 

सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तारी के वक्त अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ बैठे हुए थे। एसएसपी के पहुंचने पर उन्होंने पूरी शांति से कहा, “जी चलित ही” और बिना किसी विरोध के पुलिस के साथ रवाना हो गए। उनके समर्थकों ने भी कोई नारेबाजी नहीं की और माहौल शांत बना रहा। पुलिस जब अनंत सिंह को लेकर पटना निकली, वे वही सफेद कपड़े और काला चश्मा पहने हुए थे, जो उन्होंने दिन में चुनाव प्रचार के दौरान पहने थे। अनंत सिंह ने बिना किसी विरोध के पुलिस के साथ जाना उचित समझा। समर्थकों का कहना है कि विधायक जी ने कानून का सम्मान किया और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। विधायक जी निर्दोष हैं और उनके साथ जनता न्याय करेगी।

अनंत सिंह को रिमांड पर लेगी पुलिस 

वहीं एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने इस मामले में बताया कि अनंत सिंह को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। उनके साथ लदमा के रंजीत राम और मणिकांत ठाकुर को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अब अनंत के दो भतीजों कर्मवीर और राजवीर, साथ ही छोटन सहित अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस का कहना है कि अनंत सिंह घटना के वक्त मौजूद थे और उनके सामने ही यह वारदात हुई। हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दुलारचंद यादव पर गाड़ी किसने चढ़ाई और गोली किसने चलाई यह अब भी जांच का विषय बना हुआ है।

घर से नहीं मिला अवैध हथियार

दुलारचंद के परिजनों ने अनंत सिंह पर अवैध हथियार रखने और लेकर चलने का आरोप लगाया था, लेकिन पुलिस को गिरफ्तारी के वक्त उनके घर से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अनंत सिंह और दुलारचंद यादव के समर्थकों के बीच चुनावी तनाव पिछले एक सप्ताह से चल रहा था। घटना से दो दिन पहले दोनों पक्षों के बीच झड़प होते-होते टल गई थी। इसके दो दिन बाद ही फिर काफिले के रास्ते को लेकर विवाद हुआ, जो देखते-देखते हिंसक झड़प में बदल गया।

चुनाव आयोग की सख्त कार्रवाई

घटना के बाद चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। आयोग ने बाढ़ के एसडीपीओ टू, भदौर और घोसवरी थानेदार को निलंबित कर दिया है। साथ ही बाढ़ के एसडीओ और एसडीपीओ वन को हटा दिया गया। नए पदस्थापनों के तहत एटीएस बिहार के डीएसपी आयुष श्रीवास्तव को बाढ़ एसडीपीओ टू बनाया गया है, जबकि सीआईडी के डीएसपी आनंद कुमार को एसडीपीओ वन की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, पटना नगर निगम के अपर आयुक्त आशीष कुमार को बाढ़ एसडीओ नियुक्त किया गया है।