एनडीए में स्पीकर पद पर है विवाद! नीतीश के मंत्री अशोक चौधरी का बड़ा दावा, ईवीएम विवाद और पीके पर खूब बरसे
बिहार में सरकार गठन के पूर्व स्पीकर पद को लेकर एनडीए में विवाद होने की खबरों के बीच जदयू के वरिष्ठ नेता अशोक चौधरी ने बड़ा दावा किया है.
Bihar News: बिहार की राजनीति में ईवीएम विवाद को लेकर सियासत तेज हो गई है। इसी बीच नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने राजद के पूर्व अध्यक्ष जगदानंद सिंह के उस बयान पर कड़ा प्रहार किया है जिसमें उन्होंने दावा किया था कि ईवीएम में 25 हजार वोट पहले से सेट थे।
अशोक चौधरी ने कहा कि राजद नेता अब “विधवा विलाप” कर रहे हैं और चुनावी हार का बहाना ढूंढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता ने राजद समेत पूरे विपक्ष को स्पष्ट संदेश दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए की जीत नीतीश कुमार की शालीनता और जनता के विश्वास का परिणाम है, लेकिन यह बात विपक्ष स्वीकार करने को तैयार नहीं है।
विपक्ष को घेरा
अशोक चौधरी ने कहा कि जब विपक्ष तेलंगाना, हिमाचल या कर्नाटक जैसे राज्यों में जीतता है, तो ईवीएम पर सवाल नहीं उठाता। उन्होंने कहा, “जब जीत जाते हैं तो ईवीएम ठीक है, और जब हारते हैं तो ईवीएम खराब हो जाता है। जनता ने इन्हें जवाब दे दिया है।”
प्रशांत किशोर के बयान पर जवाब
प्रशांत किशोर द्वारा यह कहे जाने पर कि यदि नीतीश सरकार महिलाओं को ₹2 लाख देगी तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे, अशोक चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने कभी कोई ऐसा कदम नहीं उठाया जिससे बदनामी हो। उन्होंने कहा कि पीके का दावा सिर्फ राजनीति है। महिलाओं को 10 हजार मिले हैं और अब 2 लाख भी उन्हें मिलेगा।
NDA में मतभेद की अटकलों पर विराम
विधानसभा अध्यक्ष पद को लेकर भाजपा और जदयू के बीच मतभेद की चर्चाओं पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी। अशोक चौधरी ने कहा कि एनडीए में स्पीकर या मंत्री पद को लेकर कोई तनातनी नहीं है, और गठबंधन पूरी तरह एकजुट है।
अभिजीत की रिपोर्ट