Bihar Cabinet : बिहार के कैबिनेट विस्तार में BJP के इन नेताओं की हुई बल्ले बल्ले, जानिए वो नाम जो डिप्टी सीएम से भी हुआ 'पावरफुल'
Bihar Cabinet : बिहार में कैबिनेट विस्तार के एक दिन बाद ही बीजेपी नेताओं के विभागों में बंटवारा हो गया है। बीजेपी के कई नेता अब डिप्टी सीएम से भी ज्यादा पावर फुल हो गए हैं।
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Bihar Cabinet : बिहार के कैबिनेट विस्तार में बीजेपी के कई नेताओं की ताकत बढ़ गई है। कई नेता तो डिप्टी सीएम से भी ताकतवर हो गए हैं। बीजेपी के मंत्री बने इन 3 विधायकों का कद बढ़ गया। ये तीन मंत्री है संजय सरावगी, नितीन नवीन और जीवेश मिश्रा। ये तीनों मंत्री अब डिप्टी सीएम से अधिक पावर फुल हो गए हैं। जीवेश मिश्रा ने बीते दिन ही मंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी वहीं आज मंत्रिमंडल के बंटवारे में उन्हें नगर विकास एवं आवास विभाग मिला है, यह विभाग पहले नितिन नवीन के पास था। वहीं नितिन नवीन को पथ निर्माण विभाग की जिम्मेदारी मिली है, यह विभाग पहले डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के पास था। वहीं संजय सरावगी को राजस्व और भूमि सुधार विभाग की जिम्मेदारी मिली है जो पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के पास था।
बीजेपी नेता का बढ़ा कद
मालूम हो कि बीते दिन दिलीप जायसवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद इस विभाग की जिम्मेदारी संजय सरावगी को दी गई है। इन तीनों बीजेपी नेताओं के पास अब उपमुख्यमंत्री से भी अधिक पावर हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल विस्तार के एक दिन बाद मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया. गुरुवार को भाजपा कोटे के सभी मंत्रियों का नए सिरे से विभाग बंटवारा हुआ. वहीं हम के संतोष सुमन के विभागों में भी बड़ा बदलाव हुआ है. हालांकि जदयू के किसी भी मंत्री का कोई भी विभाग नहीं बदला है. इसी तरह निर्दलीय विधायक सुमित सिंह का विभाग भी पहले वाला ही है. एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल में सात नए चेहरों को जगह दी है .सभी सात मंत्री भाजपा कोटे से बने हैं. गुरुवार को नए मंत्रियों के साथ ही भाजपा कोटे के 21 मंत्रियों का विभागों का नए सिरे से बंटवारा किया गया. इसमें कई पुराने मंत्रियों को बड़ा झटका भी लगा है।
इनको मिला ये विभाग
दरअसल, सम्राट चौधरी वित्त एवं वाणिज्य कर विभाग, विजय कुमार सिन्हा कृषि विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग, प्रेम कुमार सहकारिता विभाग, रेणु देवी पशु एवं मतस्य संसाधन विभाग, मंगल पाण्डे स्वास्थ्य विभाग विधि विभाग का जिम्मा मिला है.इसी तरह नीरज कुमार सिंह बबलू लोक स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण विभाग, नीतीश मिश्रा उघोग विभाग, नितीन नवीन पथ निर्माण विभाग, जनक राम अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग, हरि सहनी पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, कृष्णनन्दन पासवान गन्ना उघोग विभाग, केदार गुप्ता पंचायती राज विभाग, सुरेन्द्र मेहता खेल विभाग, संतोष सिंह श्रम संसाधन विभाग, संजय सरावगी राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का जिम्मा मिला है। वहीं डॉ सुनील कुमार पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, राजू कुमार सिंह पर्यटन विभाग, मोतीलाल प्रसाद कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, जिवेश कुमार नगर विकास एवं आवास विभाग, विजय मंडल आपदा प्रबंधन विभाग, मंटू सिंह सूचना प्रावैधिकी विभाग और संतोष सुमन (हम) को लघु जल संसाधन विभाग का मंत्री बनाया गया है. कैबिनेट विस्तार के बाद अब नीतीश मंत्रिमंडल में कुल 36 मन्त्री हो गए हैं. इसमें भाजपा कोटे से सबसे ज्यादा मंत्री हैं. भाजपा से जहां 21 मंत्री हैं वहीं जदयू कोटे से सिर्फ 13 मंत्री हैं. एक मंत्री हम से संतोष सुमन हैं तो निर्दलीय सुमित सिंह भी मंत्री हैं।
इनकी कम हुई ताकत
उप मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल रहे विजय कुमार सिन्हा के पास अब तक तीन विभाग थे. पथ निर्माण विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग और कला संस्कृति एवं युवा विभाग में दो विभाग उनसे ले लिया गया है. अब वे खान एवं भूतत्व विभाग और कृषि विभाग के मंत्री हैं. इसी तरह प्रेम कुमार के पास सहकारिता और पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग था लेकिन अब वे सिर्फ सहकारिता विभाग के मंत्री रह गए हैं. नीतीश मिश्रा के पास पहले उद्योग और पर्यटन था लेकिन अब सिर्फ उद्योग रह गया है. इसी तरह नितिन नवीन भी नगर विकास और विधि विभाग के मंत्री थे लेकिन अब उनका विभाग बदलकर पथ निर्माण विभाग कर दिया गया है. मंगल पांडे के पास स्वास्थ्य और कृषि विभाग था लेकिन उनसे कृषि विभाग छीनकर उन्हें स्वास्थ्य और विधि विभाग का जिम्मा दिया गया है.
संतोष सुमन से दो विभाग छिने
हम कोटे से मंत्री संतोष सुमन के पास अब तक तीन विभाग थे. जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन के पास सूचना प्रौद्योगिकी, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग और लघु जल संसाधन विभाग का जिम्मा था लेकिन उनके पास अब सिर्फ लघु जल संसाधन विभाग रह गया है. ऐसे में उनके दो विभाग छिन गए हैं।