Bihar Politics - भाजपा और जदयू के फैसले पर जीतनराम मांझी ने खुलकर जाहिर की अपनी नाराजगी, कहा - हमारी पार्टी को किया इग्नोर, जानें पूरा मामला

Bihar Politics - केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने भाजपा और जदयू के फैसले को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी को इग्नोर किया गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव में हमें मैनेज नहीं कर पाएंगे।

Bihar Politics - भाजपा और जदयू के फैसले पर जीतनराम मांझी ने खुलकर जाहिर की अपनी नाराजगी, कहा - हमारी पार्टी को किया इग्नोर, जानें पूरा मामला
भाजपा जदयू से नाराज मांझी।- फोटो : वंदना शर्मा

Patna - केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी जदयू और भाजपा नेतृत्व के फैसले को लेकर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकारिणी बैठक में यह नाराजगी खुलकर जाहिर भी की है। हम के संरक्षक जीतन राम मांझी ने कहा कि गया जिले में छह विधानसभा सीट में तीन हमारी पार्टी के हैं। वहां मैं खुद एमपी हूं। लेकिन जब गया जिला बीस सूत्री कार्यक्रम के लिए सदस्यों की लिस्ट जारी की गई तो हमारी पार्टी से सिर्फ एक सीट दी गई।  प्रखंड स्तर पर भी 20 सूत्री कमेटी के गठन में बीजेपी जेडीयू ने आपस में सीट बांट ली। यह तब है कि जब उन प्रखंडों में हमारे विधायक हैं। हमारे कार्यकर्ताओं ने इस पर अपनी नाराजगी जाहिर की।

मांझी ने कहा कि जिन सीटों पर हमारे विधायक हैं, उन सीटों में आनेवाले प्रखंडों में बीस सूत्री कार्यक्रम में हमारी पार्टी के अध्यक्ष होना चाहिए। इसको लेकर हमने एनडीए नेताओं से बात की है तो उन्होंने इसे गलती माना है।

मुख्यमंत्री पर दबाब डालने के लिए 20 विधायक जरुरी

हिन्दुस्तानी आवामा मोर्चा में कार्याकारिणी बैठक में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने एक बार फिर चुनाव में 35 सीटों की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर हम इतनी सीटों पर चुनाव लड़ते हैं, तो कम से कम 20 सीट जीतेंगे। हमारी पार्टी के 20 विधायक होंगे तो बिहार में कोई भी मुख्यमंत्री रहे, हमलोग अपना काम करा सकते हैं। इस दौरान उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि यह पार्टी का निर्ण नहीं है। यह सिर्फ कार्यकर्ताओं की मांग है। अंतिम फैसला पार्टी के अध्यक्ष करेंगे। 

मांग करना हमारा अधिकार

जीतनराम मांझी ने कहा कि मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम लोग किसी भी स्थिति में एनडीए से अलग नहीं होने जा रहे हैं। एक पार्टी संरक्षक होने के नाते अधिक सीटों को मांगना हमारा अधिकार है। अधिक विधायक रहेंगे तो हम वह काम भी पूरा कर पाएंगे, जो सीएम रहते हमने घोषणा की थी। मुझे नहीं लगता कि पार्लियामेंट में जैसे हमको मैनेज किया गया वैसा विधानसभा में नहीं किया जाएगा विधानसभा में हमारी औकात के अनुसार सीट मिलेगी

Report - vandana sharma

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