Bihar weather: बिहार में बढ़ते तापमान से छूटने लगा पसीना, भीषण गर्मी में 17 जिलों के लोग पसीने से तर-ब-तर , बाहर जाने पर लू से ये बचाव करना जरूरी

Bihar weather: बिहार में भीषण गर्मी का दौर शुरु हो गया है। इस मौसम में शरीर में पानी, नमक और खनिज लवण की कमी हो सकती है, जिसे लू लगना या हीट-स्ट्रोक कहा जाता है।इससे बचाव और सावधानी जरुरी है।...

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बढ़ते तापमान से छूटने लगा पसीना- फोटो : Hiresh Kumar

Bihar weather: बिहार में भीषण गर्मी का दौर शुरु हो गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों में राज्य के अधिकांश हिस्सों में तापमान में तेज़ बढ़ोतरी होगी और दक्षिण बिहार के 17 जिलों में लू (हीट वेव) की स्थिति बन सकती है। शनिवार को राज्य के अधिकांश जिलों में मौसम शुष्क बना रहा। रविवार को भी मौसम का यही रुख रहने की संभावना है। बारिश से कुछ दिन राहत जरूर मिली थी, लेकिन अब सूरज की तेज़ तपिश और बढ़ता तापमान लोगों को बेहाल कर सकता है।

मौसम विभाग के अनुसार अगले चार दिनों में राज्य के कई जिलों में अधिकतम तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। अभी राज्य में तापमान लगभग 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज हो रहा है, जो आने वाले दिनों में और बढ़ेगा।

गर्मियों में सूर्य की तीव्र किरणों के कारण शरीर का तापमान असामान्य रूप से बढ़ जाता है। इससे शरीर में पानी, नमक और खनिज लवण की कमी हो सकती है, जिसे लू लगना या हीट-स्ट्रोक कहा जाता है। यदि पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थ नहीं लिए जाएं, तो व्यक्ति निर्जलीकरण (डिहाइड्रेशन) का शिकार हो सकता है, और समय पर इलाज न मिलने पर गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।

आईजीआईएमएस के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ रोहित उपाध्याय के अनुसार गर्मी के मौसम में लू से बचाव के लिए घर से बाहर निकलने से पहले भोजन कर लें और भरपूर पानी पीएं।हल्के, सफेद या सूती कपड़े पहनें। सिर, कान और गर्दन को गमछे या कपड़े से ढंककर ही बाहर निकलें।छतरी, टोपी और धूप से बचाने वाले रंगीन चश्मों का उपयोग करें।भरपूर मात्रा में पानी और तरल पदार्थ जैसे नींबू पानी, छाछ, जलजीरा आदि का सेवन करें।

 डॉ रोहित उपाध्याय के अनुसार दोपहर की तेज धूप में अनावश्यक बाहर न जाएं।बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखें। उन्हें समय-समय पर पानी पीने के लिए प्रेरित करें और सुपाच्य व तरल आहार दें।नंगे पांव धूप में न चलें।

गर्मी बढ़ने के साथ डिहाइड्रेशन के मामलों में वृद्धि हो रही है। अस्पतालों में ओआरएस (ORS) घोल की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।

आईजीआईएमएस के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ रोहित उपाध्याय के अनुसार सिरदर्द,बुखार और चक्कर आना, उल्टी,अत्यधिक पसीना या कभी-कभी त्वचा का सूख जाना,बेहोशी,सांस फूलना और दिल की धड़कन तेज होना,कमजोरी और मांसपेशियों में ऐंठन लू लगने के लक्षण हैं।

डॉ रोहित उपाध्याय ने बताया कि अगर लू लग जाए तो रोगी को तुरंत छायादार और ठंडी जगह पर लिटाएं। गीले कपड़े से हवा करें और शरीर को ठंडा रखने के लिए पानी की पट्टियां रखें।यदि रोगी बेहोश हो, तो उसे कुछ भी खाने या पीने को न दें—तत्काल चिकित्सा सहायता प्राप्त करें।होश में आने पर उसे ठंडे पेय पदार्थ, ओआरएस, कच्चे आम का पना आदि दें।रोगी को जल्द से जल्द नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाएं।


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