Bihar Politics: सीएम नीतीश को लगा बड़ा झटका, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने चुनाव लड़ने का किया ऐलान, JDU पर लगाया गंभीर आरोप
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीएम नीतीश को बड़ा झटका लगा है। सीएम नीतीश की पार्टी को छोड़ते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। साथ ही पार्टी पर गंभीर आरोप भी लगाया है।
Bihar Politics: बिहार में विधानसभा चुनवा को लेकर सियासी हलचल तेज है। चुनावी साल में नेताओं के दल बदलने का सिलसिला भी शुरु हो गया है। कई नेता अपनी पार्टी को छोड़कर दूसरे पार्टी में ना सिर्फ जा रहे हैं बल्कि अपनी पहली पार्टी पर कई गंभीर आरोप भी लगा रहे हैं। इसी बीच सीएम नीतीश को बड़ा झटका लगा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जदयू पर गंभीर आरोप लगाते हुए चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया है कि वो किसी पार्टी से चुनाव लड़ेंगे या निर्दलीय।
सीएम नीतीश को लगा बड़ा झटका
दरअसल, सभी नेता टिकट और मान-सम्मान की तलाश में पार्टी बदल रहे हैं। जदयू को वैशाली में बड़ा झटका लगा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता दसई चौधरी ने जदयू से नाराजगी जताते हुए आगामी चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। दसई चौधरी ने प्रेस से बातचीत में कहा कि जदयू में उन्हें मान-सम्मान नहीं मिल रहा है। उन्होंने साफ कहा कि इस बार वैशाली जिले में जदयू के सभी उम्मीदवारों को हराने का काम करेंगे। साथ ही उन्होंने खुद राजापाकर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की घोषणा की है।
पूर्व मंत्री का आरोप
पूर्व मंत्री ने कहा कि, हम नीतीश कुमार के राजनीतिक सफर के साथी रहे हैं। तीन बार महुआ से विधायक और एक बार सांसद रहे। प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह के कार्यकाल में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी रहे। इसके बावजूद आज हमें और हमारे जैसे नेताओं को पार्टी में कोई जगह नहीं है। गौरतलब है कि दसई चौधरी 2020 के विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी छोड़कर जदयू में शामिल हुए थे। उस समय उन्होंने आरजेडी पर टिकट के लिए वसूली का आरोप लगाया था। लेकिन अब जदयू में भी उपेक्षा से नाराज होकर उन्होंने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। हालांकि, वे किस पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरेंगे, यह अभी साफ नहीं है।
चुनावी साल में बागी बन रहे नेता
बिहार का चुनावी मौसम गरमा रहा है। नेता अपने लिए जिताऊ सीट और पार्टी तलाशने में जुटे हैं। वहीं, विपक्षी पार्टी आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव राहुल गांधी के साथ वोटर अधिकार यात्रा में शामिल हैं। आरजेडी इस चुनाव में वोट चोरी को बड़ा मुद्दा बनाने की रणनीति पर काम कर रही है और सड़क से लेकर जनसभाओं के जरिए जनता से जुड़ने की कोशिश कर रही है।