Bihar News: बिहार में EOU की बड़ी कार्रवाई, परीक्षा माफिया संजीव मुखिया का करीबी गिरफ्तार, 8 साल से एग्जाम में कर रहा था खेला....
Bihar News: बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी के मामले में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) को बड़ी सफलता मिली है। ईओयू ने इस मामले में संजीव मुखिया के करीबी चंदन गोयल को गिरफ्तार कर लिया है।
Bihar News: बिहार में आर्थिक अपराध इकाई ने बड़ी कार्रवाई की है। EOU ने संजीव मुखिया के करीबी चंदन गोयल को गिरफ्तार कर लिया है। माना जा रहा है कि पुलिस इस मामले में कई बड़े खुलासे कर सकती है। जानकारी अनुसार परीक्षा माफिया संजीव मुखिया के करीबी चंदन सर उर्फ चंदन गोयल को पटना के अगमकुंआ इलाके से गिरफ्तार किया गया है। चंदन गोयल लंबे समय से फरार चल रहा था।
गुप्त सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई
बताया जा रहा है कि, EOU को गुप्त सूचना मिली थी कि चंदन गोयल अगमकुंआ क्षेत्र में प्रतियोगी परीक्षाओं में सेटिंग कराने के नाम पर अभ्यर्थियों की तलाश कर रहा है। सूचना के सत्यापन के बाद SOG के साथ गठित छापेमारी टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया। जानकारी अनुसार पूछताछ के दौरान आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में संभावित सेटिंग को लेकर भी चंदन से महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। EOU की टीम उसकी निशानदेही पर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
कौन है चंदन गोयल
चंदन गोयल पत्रकार नगर थाना के एक मामले में आरोपी है और पिछले आठ वर्षों से फरार चल रहा था। इससे पहले वर्ष 2011 में टीईटी परीक्षा में सेटिंग कराने के आरोप में उसे कंकड़बाग थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसके अलावा एलडीसी और एमटीएस परीक्षाओं में भी संजीव मुखिया के साथ मिलकर सेटिंग कराने के आरोप उस पर लगे हैं।
जांच में सामने आए चौंकाने वाले खुलासे
जांच में यह भी सामने आया है कि वर्ष 2017 में आयोजित नीट (NEET) परीक्षा में सेटिंग कराने के मामले में वह संजीव मुखिया और उसके पुत्र शिव के साथ शामिल था। वहीं, वर्ष 2024 में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित BPSC TRE 3.0 परीक्षा के पेपर लीक मामले में भी उसने संजीव मुखिया को कुछ अभ्यर्थियों से मिलवाया था, जिनसे मोटी रकम वसूली गई थी। पेपर लीक के कारण यह परीक्षा बाद में रद्द कर दी गई थी।
पूछताछ में उगले कई राज
EOU की पूछताछ में चंदन गोयल ने बताया कि इस गिरोह में संजीव मुखिया, उसका बेटा शिव, संजय प्रभात, बबलू भूमिहार उर्फ अश्वनी कुमार समेत कई अन्य लोग शामिल हैं। यह गिरोह देशभर में होने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक कराकर अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूलता था और नौकरी दिलाने का झांसा देता था।