Bihar free electricity: 125 यूनिट तक मुफ्त, लेकिन 126 यूनिट के साथ क्या होगा? पढ़िए बिहार के मुफ्त बिजली नियम की पूरी जानकारी

यदि किसी उपभोक्ता की मासिक खपत 125 यूनिट या उससे कम है, तो उसे एक भी रुपये का भुगतान नहीं करना होगा। वहीं, जिनका उपयोग 125 यूनिट से जरा भी अधिक, यानी 126 यूनिट या उससे ऊपर है, उन्हें सिर्फ अतिरिक्त यूनिट का ही बिल भरना होगा, न कि पूरी खपत का।

बिहार में 125 यूनिट तक बिजली मुफ़्त! 126 यूनिट से लागू कौन‑से नियम?- फोटो : social Media

Bihar free electricity: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आम जनता को बड़ी सौगात दी है। 1 अगस्त से पूरे राज्य में हर महीने 125 यूनिट तक बिजली बिल्कुल मुफ्त देने की घोषणा की गई है। खास बात यह है कि इस योजना का लाभ जुलाई महीने के बिल पर भी मिलेगा, यानी राहत का असर तुरंत दिखेगा। इससे लगभग 1.67 करोड़ परिवारों को सीधा फायदा होने जा रहा है।

राज्य सरकार की ओर से इस योजना को लेकर एक स्पष्ट गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है ताकि लोगों के मन में कोई भ्रम न रहे। यदि किसी उपभोक्ता की मासिक खपत 125 यूनिट या उससे कम है, तो उसे एक भी रुपये का भुगतान नहीं करना होगा। वहीं, जिनका उपयोग 125 यूनिट से जरा भी अधिक, यानी 126 यूनिट या उससे ऊपर है, उन्हें सिर्फ अतिरिक्त यूनिट का ही बिल भरना होगा, न कि पूरी खपत का।

उदाहरण के तौर पर अगर किसी का मीटर 126 यूनिट दिखाता है, तो उसे पहली 125 यूनिट मुफ्त मिलेगी और सिर्फ एक यूनिट के लिए ही बिल चुकाना पड़ेगा। यानी सरकार की यह योजना "स्लैब आधारित छूट" की तरह काम करेगी, न कि "कंडीशनल फ्रीज़" की तरह जिसमें पूरा लाभ कट जाता है।

हालांकि 126वीं यूनिट से क्या रेट लागू होगा, इस पर अभी स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है। पूर्व दरों के मुताबिक, ग्रामीण इलाकों में 100 यूनिट के ऊपर बिजली दर 7.42 रुपये प्रति यूनिट और शहरी क्षेत्रों में 100 यूनिट के बाद 8.95 रुपये प्रति यूनिट है। स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को 25 पैसे प्रति यूनिट की अतिरिक्त छूट भी मिलेगी।

इससे पहले राज्य सरकार ने ग्रामीण उपभोक्ताओं को बिजली दरों में राहत दी थी, लेकिन यह योजना उससे कहीं व्यापक और प्रभावशाली मानी जा रही है। चुनाव से पहले जनहित में उठाया गया यह कदम, एक ओर जहां लाखों परिवारों के बजट में राहत देगा, वहीं दूसरी ओर बिजली बचत के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगा।

अब देखना यह होगा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर और बिलिंग प्रणाली इस योजना को कैसे लागू करते हैं, और क्या इससे ऊर्जा की खपत में कोई नया बदलाव आता है। फिलहाल जनता को एक "बिजली भरा तोहफा" मिल चुका है।