Patna Petrol Diesel Price:पटना में फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल का दाम, महंगाई की तपिश में आम लोगों के बजट पर बढ़ा दबाव

Patna Petrol Diesel Price: आज पटना में पेट्रोल की कीमत में उछाल दर्ज किया गया है....

पटना में फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल का दाम- फोटो : social Media

Patna Petrol Diesel Price: बढ़ती महंगाई के दौर में पेट्रोल, डीजल, एलपीजी और सीएनजी की रोजाना कीमतें आम आदमी की जेब पर सीधा और गहरा असर डालती हैं. ईंधन महज़ ऊर्जा का साधन नहीं, बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था की नब्ज़ है. ट्रांसपोर्ट से लेकर रोज़मर्रा की ज़रूरतों तक, फ्यूल प्राइस में जरा-सी हरकत भी महंगाई के ग्राफ को ऊपर खिसका देती है. यही वजह है कि हर सुबह ठीक 6 बजे तेल विपणन कंपनियों द्वारा जारी होने वाले नए रेट पर देशभर की निगाहें टिकी रहती हैं.

आर्थिक दृष्टि से देखें तो भारत में ईंधन की खुदरा कीमतें कई कारकों से तय होती हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम, डॉलर-रुपया विनिमय दर, केंद्र और राज्य सरकारों का टैक्स स्ट्रक्चर ये सभी फैक्टर मिलकर अंतिम कीमत का ताना-बाना बुनते हैं. जब वैश्विक बाजार में कच्चा तेल महंगा होता है या रुपया कमजोर पड़ता है, तो उसका असर घरेलू स्तर पर सीधा दिखाई देता है.

आज पटना में पेट्रोल की कीमत में हल्का-सा उछाल दर्ज किया गया है. फिलहाल राजधानी में पेट्रोल ₹105.53 प्रति लीटर बिक रहा है, जबकि मंगलवार को यही दाम ₹105.23 प्रति लीटर था. पिछले दो दिनों तक कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ था, लेकिन अचानक आई इस बढ़ोतरी ने उपभोक्ताओं की चिंता बढ़ा दी है. हालांकि यह बढ़ोतरी सीमित है, फिर भी रोज़मर्रा के खर्चों पर इसका मनोवैज्ञानिक असर पड़ता है.

डीजल की कीमतें भी इसी राह पर चलती नज़र आ रही हैं. पटना में आज डीजल ₹91.77 प्रति लीटर पर पहुंच गया है, जबकि सोमवार को यह ₹91.49 प्रति लीटर था. डीजल, जो कृषि, माल ढुलाई और सार्वजनिक परिवहन की रीढ़ माना जाता है, उसके दाम बढ़ने से सप्लाई चेन की लागत में इज़ाफ़ा होता है, जिसका बोझ आख़िरकार उपभोक्ताओं पर ही पड़ता है.

विशेषज्ञों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें फिलहाल स्थिर हैं, इसलिए घरेलू स्तर पर बड़े झटके की संभावना कम है. हालांकि छोटे-मोटे उतार-चढ़ाव जारी रह सकते हैं. पिछले सप्ताह भी पेट्रोल-डीजल के रेट में कई बार मामूली बदलाव देखे गए थे. ऐसे में आम लोगों के लिए यह ज़रूरी हो गया है कि वे रोजाना ईंधन की कीमतों पर नज़र रखें, क्योंकि यही छोटे बदलाव महीने के बजट में बड़ा फर्क पैदा कर देते हैं.