Babri Masjid : मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की नींव पड़ते ही भड़के केशव प्रसाद मौर्य, कहा बंगाल में बन रही बीजेपी की सरकार, एक एक ईंट ढहाएंगे

Babri Masjid : TMC के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद का शिलान्यास किया. जिसके बाद पश्चिम बंगाल की सियासत गरमा गयी है.......पढ़िए आगे

ढहेगी बाबरी मस्जिद - फोटो : SOCIAL MEDIA

N4N DESK : टीएमसी के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर में मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में बाबरी मस्जिद की नींव रख दी है। इसके बाद पश्चिम बंगाल ही नहीं पूरे देश में सियासत गर्म हो गयी है। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बड़ा बयान दिया है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह सब TMC की नौटंकी है। वहां भाजपा की सरकार आने वाली है, अगर बाबर के नाम पर एक भी ईंट रखी गई तो भाजपा उसे उखाड़ फेंकेगी।

बता दें की पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के रेजीनगर में शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने अयोध्या की बाबरी मस्जिद के मॉडल पर आधारित एक नई मस्जिद का शिलान्यास किया। कबीर ने मंच पर उपस्थित धर्मगुरुओं के साथ मिलकर फीता काटा। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग कार्यक्रम स्थल पर जमा थे, जिन्होंने "नारा-ए-तकबीर, अल्लाहु अकबर" के नारे लगाए। इस कदम से जिले में सियासी और सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया है। समारोह के लिए 6 दिसंबर का दिन तय करना इस घटनाक्रम का मुख्य केंद्र बिंदु रहा, क्योंकि इसी दिन 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ढहा दिया गया था। कबीर ने इस महीने की शुरुआत में ही शिलान्यास समारोह की घोषणा की थी। सांप्रदायिक राजनीति में लिप्त होने के आरोप में विधायक कबीर को इसी सप्ताह टीएमसी से निलंबित किया गया था। यह शिलान्यास समारोह ऐसे समय में आयोजित किया गया है जब राज्य में अगले साल की शुरुआत में संभावित विधानसभा चुनाव होने हैं।

शिलान्यास समारोह के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। रेजीनगर और आसपास के क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल, त्वरित प्रतिक्रिया बल (आरएएफ) और केंद्रीय बलों की भारी तैनाती की गई थी। अधिकारियों ने कड़ी निगरानी रखी ताकि यह संवेदनशील आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके, हालांकि इस घटना ने राज्य की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।

इस घटना को लेकर भाजपा और टीएमसी के बीच तीखी बयानबाजी शुरू हो गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने इस पूरे घटनाक्रम को 'वोट बैंक की राजनीति' करार दिया। घोष ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ टीएमसी आगामी चुनावों से पहले 'सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने' की कोशिश कर रही है और वह हुमायूं कबीर का इस्तेमाल तनाव पैदा करने के लिए कर रही है। भाजपा ने टीएमसी पर शांति भंग करने का आरोप लगाया है।

दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों पर पलटवार किया है। टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने निलंबित विधायक हुमायूं कबीर पर ही भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एजेंट के तौर पर काम करने का आरोप लगाया। टीएमसी का दावा है कि कबीर विपक्षी दल के इशारे पर जिले में अशांति भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। टीएमसी नेता ने कहा कि मुर्शिदाबाद के लोग शांतिप्रिय हैं और वे विधायक के उकसावे का समर्थन नहीं करते।