दुलारचंद हत्याकांड में नया मोड़: FIR से मेल नहीं खा रही PM रिपोर्ट, कटघरे में मृतक के पोते का बयान

दुलारचंद हत्याकांड: FIR और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा विरोधाभास, क्या पोते का बयान झूठा है?दरअसल दुलारचंद की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और उनके पोते की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में अलग-अलग चीजें निकलकर सामने आई हैं.

FIR से मेल नहीं खा रही PM रिपोर्ट, कटघरे में मृतक के पोते का बयान- फोटो : NEWS 4 NATION

N4N डेस्क: बिहार के मोकामा में जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या का मामला अब एक नया मोड़ ले चुका है। उनकी मौत को लेकर जहां राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है, वहीं पुलिस जांच में सामने आए तथ्य मृतक के पोते द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी (FIR) से मेल नहीं खा रहे हैं, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं। दरअसल दुलारचंद की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और उनके पोते की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में अलग-अलग चीजें निकलकर सामने आई हैं। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि क्या मृतक दुलारचंद का पोता झूठ बोल रहा है? 

पोते की FIR में क्या आरोप?


मृतक दुलारचंद यादव के पोते नीरज कुमार (जो खुद को प्रत्यक्षदर्शी बता रहे हैं)।जेडीयू प्रत्याशी बाहुबली अनंत सिंह समेत पांच अन्य (राजवीर सिंह, कर्मवीर सिंह, छोटन सिंह, और कंजम सिंह) को नामज़द करते हुए FIR सख्या 110/25 दर्ज कराया है। दर्ज एफ़आइआर में नीरज ने  दावा किया कि अनंत सिंह ने कमर से पिस्टल निकालकर उनके दादा के पैर में गोली मारी। इसके बाद, छोटन सिंह और कंजय सिंह ने थार गाड़ी से उन्हें दो-तीन बार कुचल दिया, जिससे उनकी मौत हो गई।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट का खुलासा


तीन डॉक्टरों की टीम द्वारा तैयार की गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस के बयान के अनुसार, दुलारचंद यादव की मौत गोली लगने से नहीं हुई है।पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने स्पष्ट किया है कि पैर में लगी गोली जानलेवा या घातक नहीं थी। मौत का कारण फेफड़ा फटना और कार्डियक अरेस्ट है। पटना (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक विक्रम सिहाग ने भी पहली नजर में पुष्टि की है कि मौत गोली लगने से नहीं हुई।

विरोधाभास और जांच के पहलू

दुलारचंद के पोते ने FIR में अनंत सिंह द्वारा गोली मारने को मुख्य घटना बताया, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इसे खारिज कर दिया है। यह विरोधाभास इस सवाल को जन्म देता है कि: क्या पोता झूठ बोल रहा है? यदि गोली लगने से मौत नहीं हुई, तो क्या नीरज ने जानबूझकर अनंत सिंह पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाने के लिए गोली चलाने की बात जोड़ी?

  • कुचलने पर सहमति: पोते की FIR और पोस्टमार्टम रिपोर्ट दोनों में ही कुचले जाने की बात का संकेत मिलता है (पसलियां टूटना, फेफड़ा फटना), लेकिन गोली चलाने की बात केवल FIR में है।

  • दर्ज की गई तीन FIR: इस मामले में अब तक कुल तीन FIR दर्ज की गई हैं:

  • पहली: मृतक के पोते नीरज की शिकायत पर (अनंत सिंह समेत 5 के खिलाफ हत्या का आरोप)।
    • दूसरी: अनंत सिंह के समर्थक जीतेंद्र के बयान पर (जनसुराज उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी और अन्य पर हमला करने का आरोप)।
    • तीसरी: पुलिस की ओर से।


पुलिस ने फिलहाल मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है और जांच जारी है, जिसमें इस विरोधाभास की सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।