नीतीश सरकार में होंगे 3 उप मुख्यमंत्री! ये बनेंगे विधानसभा स्पीकर, मंत्रिमंडल का फार्मूला तय, चिराग का बढ़ेगा कद
बिहार में नई सरकार का गठन अगले सप्ताह होना तय है. नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद मिलने के साथ ही डिप्टी सीएम पद और मंत्रिमंडल के लिए इस बार नया फार्मूला दिख सकता है.
Bihar Cabinet : बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद एनडीए ने राज्य में सरकार गठन पर ध्यान केन्द्रित कर दिया है। जनता दल यूनाइटेड के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और केन्द्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह ने भी शनिवार शाम नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। वहीं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष संतोष सुमन, रालोमा के उपेंद्र कुशवाहा और अन्य कई नेताओं ने जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पटना में मुलाकात की। इस बीच रविवार शाम जदयू के नवनिर्वाचित विधायकों से सीएम नीतीश मिल सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार राज्य मंत्रिमंडल की अंतिम बैठक सोमवार होने की संभावना है। इसमें मंत्रिमंडल भंग करने की सिफारिश की जाएगी। जनता दल यूनाइटेड ने अपने नव-निर्वाचित सभी 85 विधायकों को पटना बुलाया है। सोमवार को जनता दल यूनाइटेड विधानमंडल दल की बैठक होगी, जिसमें नीतीश कुमार को विधानमंडल दल का नेता चुना जाएगा। बाद में एनडीए के घटक दलों की बैठक होगी और सभी विधायक सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को विधायक दल के नेता के रूप में चुन सकते हैं।
नए मंत्रिमंडल का फार्मूला
नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री होने के साथ ही अगली एनडीए सरकार में दो से तीन उप मुख्यमंत्री का फार्मूला हो सकता है। वहीं सबसे ज्यादा मंत्री भाजपा के होने की संभावना है। सूत्रों के हवाले से बीजेपी के 15 से 16 विधायक मंत्री बन सकते हैं। इसके अलावे जेडीयू से 14 मंत्री बन सकते हैं। वहीं चिराग पासवान की लोजपा को 3 मंत्री पद मिल सकता है जबकि जीतनराम मांझी की हम और उपेंद्र कुशवाहा की रालोमो के एक विधायक मंत्री बन सकते हैं। मंत्रिमंडल गठन में जातीय समीकरणों पर
डिप्टी सीएम और स्पीकर पर बड़ा फैसला
नीतीश कुमार के सीएम बनने के साथ ही दो डिप्टी सीएम भाजपा से होने की प्रबल संभावना है। सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। वहीं विधानसभा स्पीकर के रूप में किसी वरिष्ठ नेता को जिम्मेदारी मिल सकती है। स्पीकर का पद फिर से भाजपा के खाते में जाने की खबर है।
एनडीए में भाजपा सबसे मजबूत
एनडीए ने 202 सीट जीतकर ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। बीजेपी को 89 सीटें मिलीं तो जदयू को 85 सीटों पर सफलता मिली है। चिराग की लोजपा को 19, मांझी की हम को पांच तो उपेंद्र कुशवाहा की रालोमो से 4 सीटों पर सफलता मिली। विपक्ष में राजद के 25 तो कांग्रेस के 6 उम्मीदवार जीतकर आए। माले के तीन सीपीएम के के एक विधायक हैं। असदुद्दीन औवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने फिर से पांच सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाबी हासिल किया है तो मायावती कि बहुजन समाज पार्टी(बसपा) का एक उम्मीदवार जीतकर आया।