Bihar Politics: नीतीश-भाजपा की एनडीए सरकार को समर्थन देंगे ओवैसी ! बिहार दौरे के बीच कर दिया बड़ा ऐलान, जानिए क्या रखी शर्त

Bihar Politics: नीतीश-भाजपा की एनडीए सरकार को ओवैसी समर्थन देने के लिए तैयार हैं। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी बिहार दौरे पर हैं इसी बीच उन्होंने बड़ा बयान दिया है। ओवैसी ने इसके लिए शर्त भी रखा है।

ओवैसी देंगे एनडीए सरकार को समर्थन- फोटो : social media

Bihar Politics: बिहार में नई सरकार की गठन और विभागों के बंटवारे की प्रक्रिया पूरी हो गई है। नई सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक 25 नवंबर को होगी। वहीं दूसरी ओर इसी बीच बिहार दौरे पर पहुंचे AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा बयान दे दिया है। ओवैसी ने कहा है कि वो सीएम नीतीश को समर्थन देने के लिए तैयार हैं लेकिन उनकी एक शर्त है। ओवैसी ने दावा किया है कि यदि सीएम नीतीश उनकी शर्त को मानते हैं तो फिर वो उनको समर्थन देने को तैयार हैं।  

सीएम नीतीश को देंगे समर्थन

दरअसल, अमौर में आयोजित जनसभा में ओवैसी ने कहा कि राज्य में विकास सिर्फ राजधानी पटना और पर्यटन स्थल राजगीर तक सीमित नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि हम नीतीश कुमार की सरकार को समर्थन देने को तैयार हैं, लेकिन सीमांचल को न्याय मिलना चाहिए। कब तक सब कुछ पटना और राजगीर के इर्द-गिर्द घूमेगा? ओवैसी ने सीमांचल क्षेत्र की समस्याओं नदी कटाव, बड़े पैमाने पर पलायन और भ्रष्टाचार को गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि सरकार को इन चुनौतियों के स्थायी समाधान पर काम करना होगा।

सीमांचल में एनडीए का दबदबा 

बिहार के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित यह क्षेत्र राज्य के सबसे पिछड़े इलाकों में माना जाता है। यहां मुस्लिम आबादी का बड़ा हिस्सा रहता है और हर साल कोसी नदी की बाढ़ से भारी नुकसान होता है। वहीं इस बार सीमांचल में एनडीए का दबदबा देखने को मिला है। सीमांचल की 24 विधानसभा सीटों में से 14 पर NDA ने जीत दर्ज की। AIMIM ने इस बार भी 5 सीटों पर कब्जा बरकरार रखा। 2020 के विधानसभा चुनाव में भी एआईएमआईएम को 5 सीटों पर जीत मिली थी। हालांकि, 2020 में पार्टी के चार विधायक चुनाव बाद आरजेडी में शामिल हो गए थे।

विधायकों पर सख्त निगरानी का ऐलान

ओवैसी ने कहा कि वे इस बार अपने विधायकों पर कड़ी नजर रखेंगे। उन्होंने बताया कि, सभी पांच विधायक हफ्ते में दो दिन अपने विधानसभा कार्यालय में बैठेंगे। उन्हें अपनी लाइव लोकेशन और फोटो भेजनी होगी, ताकि उनकी मौजूदगी की पुष्टि हो सके। यह व्यवस्था छह महीने के भीतर लागू करने की तैयारी है। ओवैसी ने हर छह महीने में सीमांचल दौरे का भी वादा किया और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को तेज करने की बात कही। उन्होंने कहा कि, पटना जान चुका है कि सीमांचल की जनता पतंग छाप के साथ है। पटना को पैगाम सीमांचल से ही जाएगा।