Patna Airport: हवा में ही चक्कर लगाते रहे इंडिगो की फ्लाइट, पटना एयरपोर्ट पर नहीं मिली लैंडिंग की अनुमति, जानिए फिर क्या हुआ?
Patna Airport: दिल्ली और कोलकाता से आने वाली इंडिगो की फ्लाइट की लैंडिंग पटना एयरपोर्ट पर नहीं हो सकी। जिसके बाद विमान हवा में ही चक्कर काटते रहें जिसके बाद....
Patna Airport: बिहार के राजधानी पटना में बुधवार को झमाझम बारिश हुई। मौसम खराब होने और कम द्दश्यता के कारण विमानों को पटना एयरपोर्ट पर उतरने में परेशानी हुई। कम दृश्यता के कारण इंडिगो एयरलाइंस की दिल्ली और कोलकाता से आने वाली उड़ानों को वाराणसी एयरपोर्ट डायवर्ट करना पड़ा। तेज हवाओं और दृश्यता 1000 मीटर से भी कम हो जाने की वजह से यह निर्णय लिया गया। इस दौरान लगभग 650 यात्रियों को पटना और वाराणसी में फंसे रहना पड़ा।
इंडिगो की दो फ्लाइट हुई डायवर्ट
दिल्ली से पटना आ रही इंडिगो की फ्लाइट 6E-2769 सुबह 9:50 बजे पटना एयरपोर्ट के पास पहुंच गई थी। लेकिन उसी समय तेज बारिश शुरू हो गई और दृश्यता घटकर 800 मीटर के करीब रह गई। खराब मौसम के कारण विमान ने पटना के ऊपर दो से तीन बार चक्कर लगाया, लेकिन लैंडिंग संभव न होने पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से अनुमति लेकर वाराणसी डायवर्ट कर दिया गया। विमान में कुल 162 यात्री सवार थे।
164 यात्री समय पर नहीं पहुंच सके पटना
इसके बाद मौसम में सुधार होने पर यह विमान दोपहर 12:30 बजे वाराणसी से उड़ान भरकर 164 यात्रियों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुआ (फ्लाइट संख्या 6E-2134)। इसी तरह कोलकाता से पटना आने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E-713 लगभग 11:45 बजे पटना पहुंची थी, लेकिन खराब दृश्यता के कारण उसे भी लैंडिंग की अनुमति नहीं मिल सकी।
विमान ने हवा में दो चक्कर लगाए
विमान ने हवा में दो चक्कर लगाए और बाद में उसे भी वाराणसी डायवर्ट कर दिया गया। विमान में कुल 161 यात्री सवार थे। बाद में मौसम साफ होने पर यह फ्लाइट दोपहर 3 बजे वाराणसी से पटना पहुंची। यहां से यह विमान शाम 3:30 बजे 6E-0663 के रूप में 162 यात्रियों को लेकर कोलकाता रवाना हुआ।
पटना एयरपोर्ट पर यात्रियों को हुई परेशानी
पटना एयरपोर्ट पर सुबह से दोपहर तक रही खराब मौसम की स्थिति ने न सिर्फ यात्रियों को परेशानी में डाला, बल्कि उड़ानों के शेड्यूल पर भी व्यापक असर डाला। यात्रियों को घंटों एयरपोर्ट पर इंतजार करना पड़ा, जबकि एयरलाइंस को डायवर्जन और रीशेड्यूलिंग के चलते अतिरिक्त प्रबंधन करना पड़ा।