Patna Police: एक्शन में पटना SSP, पाटलिपुत्र सहित 6 थानों के थानेदार को हटाया, इस कारण हुई कार्रवाई

Patna Police: पटना एसएसपी ने बड़ी कार्रवाई की है। एसएसपी ने पाटलिपुत्र, बुद्धा कालोनी सहित 6 थानों के थानेदार को हटा दिया है। यह बड़ी कार्रवाई किस कारण हुई है आइए जानते हैं....

हटाए गए 6 थानेदार - फोटो : social media

Patna Police: पटना जिला प्रशासन ने कार्यशैली में लगातार शिकायतों और लापरवाही को देखते हुए छह थानेदारों को उनके पद से हटा दिया है। यह कार्रवाई एसएसपी अवकाश कुमार के निर्देश पर की गई है। इनमें से कुछ को पुलिस केंद्र भेजा गया है, तो कुछ को निरीक्षण या पर्यवेक्षी पदों पर तैनात किया गया है। बता दें कि राजधानी में अपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बीते दिन बोरिंग कैनाल रोड में सरेआम हुई गोली बारी मामले में भी एसएसपी ने कार्रवाई की है। 

इन थानेदारों को हटाया गया-

सदानंद साह (बुद्धा कॉलोनी) – पुलिस केंद्र भेजे गए

राज किशोर कुमार (पाटलिपुत्र) – पुलिस केंद्र

राजकुमार पांडेय (बिहटा) – पुलिस केंद्र

साधना कुमारी (पंडारक) – पुलिस केंद्र

महेश्वर प्रसाद (मोकामा) – दीघा में पदस्थापित

राजीव कुमार (आलमगंज) – फुलवारीशरीफ थाने का कांड पर्यवेक्षी बनाए गए

नई तैनातियां और फेरबदल-

संतोष कुमार शर्मा (एयरपोर्ट थाना) -   मोकामा के नए थानेदार

कुमार रौशन (खगौल) -        पाटलिपुत्र थाने के नए थानेदार

राज कुमार सिंह (फुलवारीशरीफ) -       खगौल थानेदार

शशि कुमार राणा (खगौल पर्यवेक्षी) -     बिहटा थानेदार

कुमार अभिनव -     खगौल और शाहपुर थानों के कांड पर्यवेक्षी

विजय कुमार यादवेंदु -   बुद्धा कॉलोनी थाने की जिम्मेवारी

राहुल कुमार ठाकुर-      आलमगंज थाने के नए थानेदार

अमित कुमार -     एयरपोर्ट थाने की जिम्मेदारी

स्पष्टीकरण के बाद कार्रवाई

बोरिंग रोड में फायरिंग की घटना के बाद शाम 6 से रात 9 बजे तक वाहनों की जांच को लेकर सभी थानों को आदेश दिया गया था कि ओडी अफसर को छोड़ सभी अधिकारी और सिपाही जांच में शामिल हों। औचक निरीक्षण के दौरान बुद्धा कॉलोनी और पाटलिपुत्र थाना में कई पुलिसकर्मी अनुपस्थित पाए गए। इसके अलावा कुछ अधिकारी सादी वर्दी में जांच करते भी पाए गए, जो नियम विरुद्ध है। इसके बाद दोनों थानेदारों से स्पष्टीकरण मांगा गया था।

प्रशासनिक सख्ती का संदेश

एसएसपी ने इस कार्रवाई के जरिए स्पष्ट कर दिया है कि लापरवाह और निष्क्रिय पुलिस अधिकारियों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे। यह फेरबदल न सिर्फ अनुशासन बहाल करने की दिशा में है, बल्कि कानून-व्यवस्था की स्थिति सुधारने का प्रयास भी है।