Bihar News : चुनाव को लेकर एक्शन मोड में मद्य निषेध विभाग, सीमावर्ती इलाकों में बनाये जायेंगे 393 चेक पोस्ट, अबतक तक 72 करोड़ रूपये के पकड़ी गयी शराब

PATNA : राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बढ़ा दी है। शराब समेत अन्य सभी मादक पदार्थों और हथियारों की तस्करी पर नकेल कसने के लिए 23 प्रमुखों स्थानों को चिन्हित कर 393 चेक पोस्ट बनाए जाएंगे। इसके अलावा सीमावर्ती राज्यों के जिलों में भी 176 संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर यहां मिरर चेकपोस्ट बनाए जा रहे हैं। इसमें यूपी में 96, पश्चिम बंगाल में 34 और झारखंड में 46 मिरर चेकपोस्ट बनाए जाएंगे। यह जानकारी एडीजी (मद्य निषेध इकाई) अमित कुमार जैन ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय सरदार पटेल भवन स्थित सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में दी। एडीजी ने कहा कि चालू वर्ष 2025 में जनवरी से अगस्त तक 6 लाख 20 हजार 322 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है। इसकी कीमत 72 करोड़ 64 लाख रुपये हैं। इसमें 12 हजार 515 लीटर देसी और 5 लाख 74 हजार 526 विदेशी शराब के अतिरिक्त 77 हजार स्पिरिट शामिल है। पिछले वर्ष अवैध शराब के खिलाफ की गई कार्रवाई से यह 16 फीसदी अधिक है। शराबबंदी कानून के 2016 में लागू होने के बाद से अब तक 2 करोड़ 75 लाख 75 हजार 369 लीटर शराब बरामद की गई है। इसमें 97 फीसदी शराब नष्ट की जा चुकी है। एडीजी ने कहा कि नेपाल से हो रही शराब की तस्करी पर रोकथाम के लिए बिहार-नेपाल की सीमावर्ती जिलों के बीच इस वर्ष जुलाई तक 188 बैठकें की गई हैं। इसके अलावा पड़ोसी राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों के साथ भी कई बैठकें हो चुकी हैं।  

84 हजार से अधिक की हुई गिरफ्तारी

इस वर्ष अगस्त तक अवैध शराब के खिलाफ की गई कार्रवाई में 84 हजार 789 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसमें 52 हजार 470 पीने वाले, 2 हजार 416 वारंटी और 29 हजार 903 आपूर्तिकर्ता या वितरण करने वाले शामिल हैं। 2025 में जुलाई तक अवैध शराब के मामले में 14 हजार 83 आरोपियों के नामों की इंट्री गुंडा पंजी में दर्ज की गई है। 1548 आरोपियों के खिलाफ बीएनएसएस की  धारा 129 और 1344 लोगों के खिलाफ सीसीए की धारा-3 में दर्ज की गई है।   

दूसरे राज्यों के आरोपी भी किए गए चिन्हित

मद्य निषेध इकाई के स्तर से राज्य के बाहर से शराब की तस्करी कराने वाले 305 अभियुक्तों को चिन्हित किया गया है, जिनकी सूची संबंधित राज्यों की पुलिस को जुलाई में ही साक्षा कर दी गई है। इसमें कई अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू हो गई है। इनमें 5 आरोपियों की गिरफ्तारी मद्य निषेध इकाई की टीम ने दूसरे राज्य जाकर कर चुकी है।

बैच नं और क्यूआर से हो रही पहचान

बिहार में दूसरे राज्यों खासकर उत्तर प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, राजस्थान और अरुणाचल प्रदेश से सबसे ज्यादा शराब तस्करी होकर आती है। इन राज्यों की बरामद शराब की क्यूआर कोड और बैच नंबर की मदद से इसके होलसेलर या रिटेलर की पहचान करके कार्रवाई की जा रही है। यह जानकारी संबंधित राज्यों के अधिकारियों से साक्षा करके कार्रवाई की जा रही है।